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    सुवेंदु ने मेसी के कार्यक्रम में हुई गड़बड़ी की अदालत की निगरानी में जांच की मांग की, ममता के मंत्रियों पर लगाए आरोप

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 09:08 PM (IST)

    भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने मेसी के कार्यक्रम में हुई गड़बड़ी की अदालत की निगरानी में जांच की मांग की है। उन्होंने खेल मंत्री अरूप विश्वास और अग्न ...और पढ़ें

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    खेल मंत्री अरूप विश्वास और अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस की गिरफ्तारी की भी मांग की (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता के साल्टलेक स्टेडियम में अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबालर लियोन मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अराजकता व गड़बड़ी की रविवार को अदालत की निगरानी में जांच की मांग की।

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    एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सुवेंदु ने कहा कि भाजपा साल्टलेक स्टेडियम में शनिवार को घटी घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति को स्वीकार नहीं करती है। उन्होंने कहा कि केवल मौजूदा जजों की निगरानी में ही जांच से सच्चाई सामने आ सकती है। सुवेंदु ने इसके साथ ही राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास और अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस पर कुप्रबंधन और घटना के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की।

    इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुए बवाल व गड़बड़ी की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन की घोषणा की थी। रिटायर्ड जज असीम कुमार रे की अध्यक्षता में गठित इस जांच समिति में राज्य के मुख्य सचिव और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को सदस्य बनाया गया है।

    सुवेंदु ने कहा कि ममता ने अपने विश्वासपात्र लोगों को लेकर समिति बनाई है, जिससे घटना की सच्चाई सामने नहीं आ आएगी। इसलिए अदालत की निगरानी में इस घटना की जांच जरूरी है। सुवेंदु ने कार्यक्रम के दौरान मेसी के साथ तृणमूल के मंत्रियों की तस्वीरें मीडिया को दिखाते हुए कहा कि अरूप विश्वास, सुजीत बोस व उनके करीबी लोग स्टार फुटबालर के साथ अपनी फोटो व सेल्फी खींचवाने में व्यस्त थे और उन्हें घेरे रखा, जिस वजह से दर्शक मेसी को देख पाने से वंचित हुए।

    जिसके कारण हजारों रुपये में टिकट खरीदकर मेसी को देखने पहुंचे प्रशंसकों का गुस्सा फूट पड़ा और स्टेडियम में ऐसी घटना घटी। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के परिवार व कुछ मंत्रियों के व्यवहार की वजह से मेसी महज 20 मिनट में स्टेडियम से बाहर जाने को मजबूर हुए। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों ने मेसी को व्यक्तिगत और राज्य की संपत्ति समझ लिया और बंगाल के हजारों लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया। उन्होंने इस पूरी घटना के लिए राज्य सरकार, तृणमूल और पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

    सुवेंदु ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के संबंध में दर्ज की गई एफआइआर मुख्यमंत्री के परिवार और अन्य तृणमूल मंत्रियों को बचाने के उद्देश्य से है। प्रेस कांफ्रेंस में सुवेंदु के साथ कुछ दर्शक भी थे, जिन्होंने दावा किया कि वे कार्यक्रम में शामिल हुए थे और कथित कुप्रबंधन के शिकार हुए।

    ऊंची कीमत पर बोतलबंद पानी बेचने पर उठाए सवाल

    सुवेंदु ने यह भी पूछा कि बोतलबंद पानी - जिसे शुरू में स्टेडियम के अंदर अनुमति नहीं थी - बाद में परिसर के अंदर कैसे ऊंची कीमत पर बेचा गया और किसने 150 रुपये से 200 रुपये के बीच की कीमतों पर चिप्स के पैकेट बेचने की अनुमति दी।

    उन्होंने पूछा कि इन चीजों को स्टेडियम के अंदर किसने अनुमति दी और इन व्यवस्थाओं से कौन पैसे कमा रहा था? सुवेंदु ने कहा कि मुख्यमंत्री मेसी के सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए साल्टलेक स्टेडियम जा रही थीं, लेकिन कार्यक्रम स्थल पर अराजकता फैलने के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा, यह अभूतपूर्व था।

    प्रशासन की नाकामी ने कोलकाता को पूरी दुनिया में मजाक का पात्र बना दिया : सुवेंदु

    सुवेंदु ने सुबह एक्स पर पोस्ट के जरिए भी साल्टलेक स्टेडियम में शनिवार को मेसी के कार्यक्रम के दौरान अराजकता को लेकर ममता सरकार पर तीखा हमला बोला। सुवेंदु ने इसे अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी बताते हुए कहा कि ममता बनर्जी के प्रशासन की बड़ी नाकामी ने कोलकाता को पूरी दुनिया में मजाक का पात्र बना दिया है।

    उन्होंने आरोप लगाया कि ममता और उनके नाकाबिल मंत्रियों ने सार्वजनिक कार्यक्रम को एक खास निजी समारोह में तब्दील कर दिया, जिसमें सिर्फ कुछ चुनिंदा लोगों को ही प्रवेश की अनुमति मिली, जिन्होंने स्टार फुटबालर को घेर लिया और हजारों रुपये के टिकट खरीदने के बावजूद उन्हें आम लोगों की नजऱों से छिपा दिया, जिससे यह अफरा-तफरी मची। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा माफ़ी मांगने और चतुराई से सारा दोष किसी बलि का बकरा पर डालने से टीएससी सरकार की घोर नाकामी छिप नहीं जाएगी।

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