'जस्टिस रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के हकदार...', समर्थन में उतरे एमके स्टालिन; अमित शाह पर साधा निशाना
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गृह मंत्री अमित शाह पर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को माओवादी कहने का आरोप लगाया है। स्टालिन ने केंद्र पर माओवाद को खत्म करने में विफल रहने का आरोप लगाया। जस्टिस रेड्डी ने संविधान की रक्षा का वादा करते हुए अपना प्रचार अभियान शुरू किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर विपक्ष के उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को माओवाद के मुद्दे पर निशाना बनाने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि केंद्र माओवाद-आधारित चरमपंथ को समाप्त करने में असफल रहा है और अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए शाह ने रेड्डी को ''माओवादी'' करार दिया।
इसी के साथ आईएनडीआईए के उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जस्टिस सुदर्शन रेड्डी ने चेन्नई से अपना प्रचार अभियान शुरू करते हुए संविधान की रक्षा करने का वादा किया और तमिलनाडु के नेतृत्व एमके स्टालिन की सराहना की है। संघीयता के महत्व को बताते हुए उन्होंने जीएसटी को पुनर्गठित करने और ऐसी नीतियों को बनाने के प्रयासों की ओर इशारा किया, जो उनके अनुसार राज्य की स्वायत्तता को कमजोर कर सकती हैं।
जस्टिस रेड्डी के समर्थन में उतरे स्टालिन
वहीं, मुख्यमंत्री स्टालिन ने रविवार को जस्टिस रेड्डी के समर्थन में तमिलनाडु के लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के नेताओं की बैठक में कहा कि जस्टिस रेड्डी पूरी तरह से योग्य हैं और उप राष्ट्रपति बनने के हकदार हैं। यही कारण है कि उन्हें आईएनडीआईए ने अपना उम्मीदवार बनाया है। स्टालिन ने कहा कि न केवल आईएनडीआईए के घटक बल्कि लोकतंत्र में विश्वास रखनेवाले सभी केवल रेड्डी को उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार करते हैं।
रेड्डी बहुलवाद, संविधान, तमिलनाडु और लोगों के लिए खड़े हैं और इसलिए उन्हें समर्थन देने के लिए इससे बड़ा कोई कारण नहीं है। स्टालिन ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ''केंद्रीय गृह मंत्री पूर्व न्यायाधीश की आलोचना कैसे कर सकते हैं? वे उन्हें नक्सल कहते हैं। एक गृह मंत्री अपनी जिम्मेदारी को भूलकर, एक पूर्व न्यायाधीश के खिलाफ अन्यायपूर्ण टिप्पणी कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा, ''हालांकि, तमिलनाडु और इसके लोगों के खिलाफ सभी कुछ करने के बाद भाजपा तमिलियन का मुखौटा पहनकर अब उप राष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का समर्थन मांग रही है। यह एक बहुत पुरानी चाल है। व्यक्तियों के बजाय, विचारधाराएं राजनीति को मार्गदर्शित करती हैं।''
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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