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    तनातनी के बीच कल नाश्ते पर मिलेंगे सिद्दरमैया-शिवकुमार, आलाकमान के निर्देश के बाद कर्नाटक CM ने खुद दी जानकारी

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 11:03 PM (IST)

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को नाश्ते पर आमंत्रित किया है। यह फैसला पार्टी आलाकमान के निर्देश पर लिया गया है। सिद्दरमैया ने कहा कि वे आलाकमान के हर फैसले का पालन करेंगे। वहीं, डीके शिवकुमार ने कहा कि नेतृत्व का फैसला आलाकमान ही करेगा। वरिष्ठ नेता मोइली ने कांग्रेस नेतृत्व पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

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    नाश्ते पर मिलेंगे सिद्दरमैया-शिवकुमार, नेतृत्व को लेकर होगी चर्चा (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने नेतृत्व को लेकर विवाद बढ़ने के बीच अपने उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को 29 नवंबर को नाश्ते पर बैठक के लिए आमंत्रित किया है।

    पत्रकारों से बात करते हुए सिद्दरमैया ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने मुझे और उन्हें (डीके शिवकुमार) बुलाया था और बैठक करने के लिए कहा था। इसलिए मैंने उन्हें नाश्ते पर आमंत्रित किया है। जब वह आएंगे, तो हम चर्चा करेंगे।

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    आलाकमान की बात मानेंगे दोनों नेता

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। मैंने कहा है कि मैं आलाकमान की हर बात मानूंगा। हम दोनों ने कहा है कि पार्टी आलाकमान जो भी कहेगा, हम उसका पालन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आलाकमान उन्हें बुलाएगा, तो वह दिल्ली जाएंगे।

    एएनआइ के अनुसार, डीके शिवकुमार ने कहा कि नेतृत्व के संबंध में कोई निर्णय कांग्रेस आलाकमान लेगा। पार्टी कार्यकर्ता उत्सुक हो सकते हैं, लेकिन मुझे कोई जल्दी नहीं है। कोई भी निर्णय पार्टी को लेना है।

    संकट के लिए आलाकमान जिम्मेदार, नेतृत्व को जाना होगा- मोइली

    वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा है कि मौजूदा कांग्रेस नेतृत्व को त्यागपत्र दे देना चाहिए। उन्होंने कर्नाटक इकाई में संकट गहराने और इसे पूर्ण गतिरोध में बदलने के लिए सीधे तौर पर पार्टी आलाकमान की लंबी उपेक्षा को जिम्मेदार ठहराया।

    मोइली ने कहा कि यह संकट न तो अचानक है और न ही अप्रत्याशित, बल्कि यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की लंबे समय से चली आ रही लापरवाही का नतीजा है। कांग्रेस आलाकमान और राज्य स्तरीय नेतृत्व को पिछले ढाई वर्षों से बढ़ रहे टकराव का अनुमान लगाना चाहिए था। पार्टी के भीतर आत्मनिरीक्षण का आह्वान करते हुए मोइली ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को अपनी कर्नाटक इकाई में अनुशासन और समन्वय बनाए रखने में विफल रहने के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

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