क्यों अचानक अपने गांव पहुंचे एकनाथ शिंदे, क्या नाराजगी है वजह? शिवसेना नेता ने सबकुछ बताया दिया
महाराष्ट्र में अभी सरकार गठन की तस्वीर साफ नहीं हुई है। इस बीच प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ सिंदे अपने पैतृक गांव रवाना हो गए हैं। खबर सामने आने के बाद ही सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है। मगर अब शिवसेना नेता उदय सामंत ने इन अकटलों को कर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शिंदे की तबीयत सही नही है।

पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सतारा जिले में स्थित अपने पैतृक गांव दारे पहुंचे हैं। मगर अटकलें लगाई जा रही हैं कि एकनाथ शिंदे नाराज हैं। महाराष्ट्र में अभी सीएम चेहरे पर कोई निर्णय नहीं हुआ। इस बीच शिवसेना नेता उदय सामंत ने शुक्रवार को इन अटकलों को खारिज। उन्होंने कहा कि गुरुवार रात दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के समय शिवसेना अध्यक्ष अस्वस्थ थे।
'शिंदे को बुखार और सर्दी'
देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के बीच मुंबई में होने वाली बैठक के बारे में सामंत ने कहा कि अगर बैठक शारीरिक रूप से नहीं होती है तो इसे वीडियो कॉन्फ्रेंस से भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिंदे परेशान नहीं हैं। दिल्ली में भी उन्हें बुखार और सर्दी थी। यह कहना गलत होगा कि वह परेशान होने की वजह से दारे गए हैं।
किसी को भी स्वास्थ्य समस्या हो सकती
उदय सामंत ने कहा कि किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और अगर वह स्वास्थ्य कारणों से किसी अच्छी जगह पर गए हैं तो यह निष्कर्ष निकालने का कोई मतलब नहीं है कि वह परेशान हैं। शिंदे ने खुद दो दिन पहले जोर देकर कहा था कि सरकार गठन में उनकी तरफ से कोई बाधा नहीं आएगी।
दो दिनों में भाजपा चुनेगी विधायक दल का नेता
सामंत ने कहा कि भाजपा अगले दो दिनों में अपने विधायक दल के नेता पर फैसला करेगी। औपचारिकताओं के बाद नई सरकार का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सरकार गठन को लेकर महायुति दलों पर हमला करने के बजाय चुनावों में अपने प्रदर्शन पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
बैठक की गई स्थगित
उदय सामंत ने कहा कि शिंदे को नई सरकार का हिस्सा होना चाहिए। हालांकि एकनाथ शिंदे भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अगले मुख्यमंत्री पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के फैसले को स्वीकार करेंगे। बता दें कि उदय सामंत शिंदे के नेतृत्व वाली पिछली कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। एकनाथ शिंदे के अपने पैतृक गांव रवाना होने के बाद शुक्रवार को महायुति के सहयोगी दल भाजपा, शिवसेना और राकांपा की अहम बैठक को स्थगित करना पड़ा।
शिवसेना के पास 57 विधायक
महाराष्ट्र विधानसभ चुनाव में महायुति को कुल 236 सीटों पर जीत मिली है। वहीं महा विकास अघाड़ी 48 सीटों पर ही सिमट गया है। सबसे अधिक 132 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं। दूसरे नंबर पर 57 विधायकों के साथ शिवसेना है। अजित पवार की पार्टी के पास 41 विधायक हैं।
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