संसदीय स्थाई समितियों का पुनर्गठन, कांग्रेस ने अपने खाते की चारों समितियों में नहीं किया फेरबदल
कांग्रेस ने सांसद शशि थरूर को विदेश मंत्रालय से संबंधित संसदीय स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाए रखा है जबकि उनके पार्टी लाइन से अलग विचार रहे हैं। स्पीकर ओम बिरला ने संसदीय समितियों का पुनर्गठन किया। कांग्रेस ने कृषि पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से जुड़ी समिति के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी समेत चारों अध्यक्षों को बरकरार रखा है। थरूर के नेतृत्व में समिति फिर से मार्गदर्शन करेगी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने अपने मुखर सांसद शशि थरूर के हाल के दिनों में अक्सर पार्टी लाइन से इतर जाने के बावजूद विदेश मंत्रालय से संबंधित संसदीय स्थाई समिति का अध्यक्ष बनाए रखा है।
पार्टी ने संसदीय समितियों के पुनर्गठन के दौरान कांग्रेस ने किसी तरह का फेरबदल करने की बजाय विदेश मंत्रालय की संसदीय स्थाई समिति का दायित्व लगातार दूसरी बार थरूर को सौंपा है। साथ ही पार्टी ने कृषि, पशुपालन तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी समेत अपने खाते की सभी चारों संसदीय स्थाई समितियों के अध्यक्षों को बरकार रखा है।
थरूर फिर करेंगे इस समिति की अगुवाई
वर्तमान लोकसभा में संसदीय समितियों के दूसरी बार पुनर्गठन की प्रक्रिया स्पीकर ओम बिरला ने पिछले हफ्ते ही पूरी की। लोकसभा की 16 में से तीन तथा राज्यसभा की आठ में से एक संसदीय समिति की अध्यक्षता कांग्रेस के पास है जिसमें सबसे प्रमुख विदेश मंत्रालय की स्थाई समिति की अगुवाई शशि थरूर को दोबारा सौंपी गई है।
जबकि कांग्रेस नेतृत्व के साथ पिछले कुछ महीनों से चल रहे उनके असहज रिश्तों को देखते हुए इसकी आशंका जताई जा रही थी कि थरूर को शायद ही दोबारा अध्यक्षता सौंपी जाएगी खासकर यह देखते हुए कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद मोदी सरकार के कूटनीतिक अभियान का थरूर न केवल सबसे प्रभावी राजनीतिक चेहरा बने बल्कि पार्टी लाइन से इतर जाकर सरकार की विदेश नीति का मुखर समर्थन करते रहे।
थरूर की सरकार के पक्ष में इस मुखरता के दौरान ने कई मौकों पर पार्टी को असहज भी किया। इसके बावजूद संसदीय समिति के पुनर्गठन में उन्हें नहीं हटाने के कांग्रेस के फैसले ने शायद थरूर को भी हैरत में डाला होगा।
कौन सी समतियों का कौन करेगा नेतृत्व?
विदेश मंत्रालय के अलावा कांग्रेस के खाते में लोकसभा की दो अन्य प्रमुख समितियों कृषि, पशुपालन तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, ग्रामीण विकास-पंचायती राज मंत्रालय की अध्यक्षता है जिसमें क्रमश: चरणजीत सिंह चन्नी तथा सप्तगिरि संकर उलाका को फिर से सौंपी गई है। जबकि राज्यसभा कोटे की शिक्षा मंत्रालय से संबंधित स्थाई समिति के अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को भी बरकार रखा गया है।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी रक्षा मंत्रालय की संसदीय स्थाई समिति के सदस्य फिर से नामित हुए हैं तो वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा गृह मंत्रालय की संसदीय स्थाई समिति में शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय की स्थाई समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद राधामोहन ¨सह और गृह मंत्रालय संबंधी स्थाई समिति के अध्यक्ष डा राधामोहन दास अग्रवाल हैं।
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