'मैं 85 साल का हूं, फिर PM मोदी क्यों रिटायर हों', महाराष्ट्र के नेता ने विपक्ष को दिखाया आईना
NCP शरद गुट चीफ शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी को राजनीति से रोकने का उन्हें कोई नैतिक अधिकार नहीं है। 85 वर्षीय पवार ने 75 वर्ष पूरे कर चुके पीएम मोदी के रिटायरमेंट पर टिप्पणी करने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनसीपी शरद गुट चीफ शरद पवार ने गुरुवार को संवाददाताओं से बात करने के दौरान कहा कि पीएम मोदी को सक्रिय राजनीति से रुकने के लिए कहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
दरअसल, शरद पवार की ये प्रतिक्रिया ऐसे समय पर आई है, जब पिछले दिनों ही पीएम मोदी ने 75 साल की उम्र पूरी कर ली है।
पीएम मोदी की रिटायरमेंट पर और क्या बोले पवार?
शरद पवार से गुरुवार को पत्रकारों ने पूछा कि क्या लाकृष्ण अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के जैसे क्या पीएम मोदी को भी सार्वजनिक जीवन में काम करना बंद कर देना चाहिए। इस सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा कि मैं कहां रुका? मैं खुद 85 साल का हूं और इस मुद्दे पर टिप्पणी करना मेरा कोई नैतिक अधिकार नहीं।
'मैं पीएम मोदी के जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं'
संवाददाताओं से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि मैंने कल प्रधानमंत्री मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। राजनीति में ऐसे मौकों पर कटुता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम यशवंतराव चव्हाण के मूल्यों पर चलने वाले लोग हैं।
देवेंद्र फडणवीस पर बरसे पवार
वहीं, शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने के लिए विज्ञापन जारी करने की सभी को आजादी है। वहीं, शरद पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री को अब भारी बारिश और बाढ़ से हुए कृषि नुकसान का पंचनामा (आकलन) करने पर भी ध्यान देना चाहिए और तुरंत वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए।
शरद पवार ने उस विज्ञापन की ओर इशारा किया, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
संजय राउत ने उठाया था पीएम मोदी के रिटायर का मुद्दा
अप्रैल में शिवसेना सांसद संजय राउत ने सवाल उठाया था कि पीएम मोदी जब सितंबर में 75 साल के हो जाएंगे, तो उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए। राउत ने उस दौरान कहा था कि पीएम मोदी सितंबर में 75 साल के हो जाएंगे और नियमों के अनुसार, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने खुद ही उनकी पार्टी में यह नियम शुरू किया था। नियम एलके अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी पर लागू है। (समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार)
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