Sandeshkhali Case: 'ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार...', RJD नेता ने खोला ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा, महिला सुरक्षा को लेकर TMC को घेरा
राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने कहा कि संदेशखाली की घटनाएं शर्मनाक हैं भले ही वे भाजपा या विपक्ष शासित राज्य में हो रही हों। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने संदेशखाली में हुई घटनाओं को शर्मनाक करार दिया साथ ही महिलाओं को कथित तौर पर ज्यादती और अत्याचार के लिए मजबूर किए जाने की खबरों पर भी चिंता व्यक्त की।

एएनआई, पटना। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था और संदेशखाली मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा के मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि संदेशखाली की घटना राज्य में खराब कानून-व्यवस्था का परिणाम है। वहीं, ऐसी घटनाएं दर्शाती है कि राज्य में महिलाओं की इज्जत नहीं हो रही है।
मनोज झा ने भी संदेशखाली की घटना पर जताई चिंता
कैलाश विजयवर्गीय की इस बात पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं 'शर्मनाक' हैं, भले ही वे भाजपा या विपक्ष शासित राज्य में हो रही हों।
मनोज झा ने आगे कहा,"हालांकि, मुझे इस बात पर शक है कि अगर संदेशखाली जैसी घटनाएं बीजेपी शासित राज्य में होती तो कैलाश विजयवर्गी ऐसे बयान देते। हालांकि, हम उनके जैसे राज्यों के बीच अंतर नहीं करते हैं।"
ऐसी घटनाओं की निंदा होनी चाहिए: राजद नेता
राजद नेता ने कहा,"ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करती हैं, भले ही वे विपक्ष या भाजपा शासित राज्य में हों। हमारा व्यवहार, आचरण , और इस मामले में बयानों से जो कुछ भी हुआ उसकी स्पष्ट निंदा की भावना व्यक्त होनी चाहिए, चाहे वह कहीं भी हो।"
हालांकि, हम उनके जैसे राज्यों के बीच अंतर नहीं करते हैं। ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करती हैं, भले ही वे विपक्ष या भाजपा शासित राज्य में हों। हमारा व्यवहार, आचरण , और इस मामले में बयानों से जो कुछ भी हुआ उसकी स्पष्ट निंदा की भावना व्यक्त होनी चाहिए, चाहे वह कहीं भी हो।"
सुकांत मजूमदार ने ममता सरकार पर साधा निशाना
इस बीच, संदेशखाली में भाजपा प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान बेहोश हो गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने संदेशखाली में हुई घटनाओं को 'शर्मनाक' करार दिया, साथ ही महिलाओं को कथित तौर पर ज्यादती और अत्याचार के लिए मजबूर किए जाने की खबरों पर भी चिंता व्यक्त की।
संदेशखाली से आ रही खबरें वास्तव में हम सभी को शर्मसार करती हैं। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि संदेशखाली में महिलाओं को टीएमसी कार्यालयों में बुलाया गया और उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया। उनसे कहा गया कि यदि वे राज्य की योजनाओं का लाभ लेना चाहती हैं, तो उन्हें ऐसा करना होगा। (फरार ताकतवर) शेख शाहजहां, शिबू हाजरा और उत्तर सरदार के हुक्म के आगे झुकना होगा। शेख शाहजहां का नाम बार-बार सामने आता रहता है। हम मांग करते हैं कि महिलाओं पर इन ज्यादतियों के पीछे सभी को सजा दी जाए और उनकी जमीन जब्त की जाए।
उन्होंने आगे कहा, "पीएम मोदी बशीरहाट (जिसमें संदेशखाली एक हिस्सा है) का दौरा कर सकते हैं और 7 मार्च को वहां एक रैली कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है।"
ममता बनर्जी ने घटना पर क्या कहा?
इस घटना पर ममता बनर्जी कह चुकीं हैं कि जो भी दोषी होंगे उन्हे बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, राज्य सरकार इस मामले की पूरी तरह जांच कर रही है। वहीं, सीएम ममता ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। वहीं भाजपा के नेता नकाब पहनकर इस घटना पर बयान दे रहे हैं।
बता दें कि संदेशखाली गांव में रहने वाली महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न के मामले पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगी। इस मामले की सुनवाई जस्टिस बीवी नागरत्ना और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ करेगी
यह भी पढ़ें: Bengal: 'देश में चल रहा एजेंसी राज'; मुख्यमंत्री ममता बोलीं- क्या भारत राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।