क्यों अचानक दक्षिणी अमेरिकी देशों की यात्रा पर गए राहुल गांधी? कांग्रेस ने बताया असली मकसद
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ब्राजील और कोलंबिया समेत चार दक्षिणी अमेरिकी देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। कांग्रेस के अनुसार राहुल गांधी राजनीतिक नेताओं से मिलेंगे जिनमें कुछ शासन प्रमुख भी शामिल हैं। विश्वविद्यालयों के छात्रों उद्योग और व्यापार जगत के नेताओं से भी उनका संवाद होगा। कांग्रेस ने यात्रा को लेकर विरोधियों की अटकलों पर विराम लगाने के लिए यह जानकारी साझा की है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। घरेलू राजनीतिक मोर्चे पर जारी अपनी सक्रियता के बीच लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी शनिवार को ब्राजील और कोलंबिया समेत चार दक्षिणी अमेरिकी देशों की यात्रा पर रवाना हो गए। कांग्रेस के अनुसार इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी वहां के राजनीतिक नेताओं से मुलाकात और बातचीत करेंगे जिसमें कुछ शासन प्रमुख स्तर के नेता भी शामिल होंगे।
साथ ही विश्विद्यालयों के छात्रों एवं उद्योग व व्यापार जगत के अग्रणी लोगों से सीधे संवाद का भी उनका कार्यक्रम है। कांग्रेस ने राहुल गांधी की यात्राओं को लेकर विरोधियों की अटकलबाजी तथा दुष्प्रचार पर विराम लगाने के लिए इसकी जानकारी साझा की।
पवन खेड़ा ने किया पोस्ट
पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पोस्ट पर कहा कि लोकसभा में नेता विपक्ष दक्षिण अमेरिका की यात्रा पर रवाना हुए हैं। उनका चार देशों के राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालय के छात्रों और व्यापारिक समुदाय के सदस्यों से मिलने का कार्यक्रम है। राहुल गांधी का ब्राजील और कोलंबिया की यात्रा में उनके विश्वविद्यालय में जाकर वहां के छात्रों से संवाद का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
कांग्रेस के अनुसार नेता विपक्ष के तौर पर राहुल गांधी इन देशों की यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति या शासन प्रमुखों के साथ भी बैठकें करेंगे। इन बैठकों का उद्देश्य भारत के साथ इन देशों के लोकतांत्रिक एवं रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना है।अमेरिका के दंडात्मक टैरिफ लगाने से उपजी परिस्थितियों में दक्षिणी अमेरिकी देशों के साथ व्यापारिक और रणनीति हित के संबंधों की प्रासंगिकता भारत के लिए कहीं ज्यादा बढ़ गई है।
राहुल गांधी की यात्रा का मकसद
कांग्रेस के मुताबिक, राहुल गांधी यात्रा के दौरान उद्योग तथा व्यापारिक जगत के कुछ प्रमुख लोगों से भी मुलाकात कर आपसी हित में साथ मिलकर अवसरों की तलाश करेंगे। अमेरिका के दंडात्मक टैरिफ वार के मद्देनजर भारत के व्यापार और साझेदारी में विविधता लाए जाने को पार्टी वक्त की मांग जरूरत मान रही है।
कांग्रेस के अनुसार नेता विपक्ष की यह यात्रा ऐतिहासिक महत्व रखती है क्योंकि भारत और दक्षिण अमेरिका ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन, वैश्विक दक्षिण में एकजुटता तथा बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता के माध्यम से लंबे समय से अपने रिश्ते साझा किए हैं।
विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका
राहुल गांधी की यात्रा की व्यापार, प्रौद्योगिकी, स्थिरता और लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग के नए रास्ते खोलने की परंपरा को जारी रखता है। साथ ही यह अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों को आकार देने और हमारी वैश्विक उपस्थिति को आगे बढ़ाने में भारत के लोकतांत्रिक विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।