पुंछ में लोगों से मिलकर भावुक हुए राहुल गांधी, PM मोदी को चिट्ठी लिखकर की खास अपील; PAK सेना को लेकर क्या कहा?
Rahul Gandhi Poonch Visit पहलगाम आतंकी हमले के बाद पुंछ समेत जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की गोलीबारी से हुए प्रभावित लोगों से राहुल गांधी ने मुलाकात की। नेता विपक्ष ने गुरूवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए इस मुश्किल वक्त में उदारता से मदद का आग्रह किया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पुंछ (Rahul Gandhi Poonch Visit) समेत जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की गोलीबारी से हुई भारी तबाही को देखते हुए यहां के सभी प्रभावित नागरिकों के लिए एक ठोस राहत और पुनर्वास पैकेज देने की मांग की है।
नेता विपक्ष ने गुरूवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए इस मुश्किल वक्त में उदारता से मदद का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री को भेजे इस पत्र में राहुल गांधी ने कहा है कि हाल ही में उन्होंने पुंछ का दौरा किया जहां पाकिस्तानी गोलीबारी में चार बच्चों समेत 14 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
सैकड़ों घर, दुकाने, स्कूल, धार्मिक स्थल बुरी तरह तबाह
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा,"पाकिस्तान के इस अचानक और अंधाधुंध हमले ने आम इलाकों में भारी तबाही मचाई है। सैकड़ों घर, दुकाने, स्कूल, धार्मिक स्थल बुरी तरह तबाह हो गए हैं और कई पीड़ितों ने बताया कि उनकी वर्षों की मेहनत एक झटके में बर्बाद हो गई।"
नेता विपक्ष ने कहा है कि भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि पाकिस्तानी की गोलीबारी से प्रभावित पूंछ और अन्य सभी इलाकों के लिए एक ठोस और उदारता से भरा राहत और पुनर्वास पैकेज तैयार किया जाए।
पुंछ का दर्द वहां जा कर ही महसूस होता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 29, 2025
टूटे आशियाने, बिखरी जिंदगियां - इस दर्द की गूंज से भी बस एक आवाज़ आती है - हम हिन्दुस्तानी एक हैं।
आग्रह नहीं, सरकार को ज़िम्मेदारी की याद दिला रहा हूं - पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित पुंछ और अन्य इलाकों के लिए ठोस, उदार और… pic.twitter.com/j4xWfvFQbn
प्रधानमंत्री को पत्र भेजने के बाद एक्स पोस्ट पर अपनी पुंछ यात्रा का वीडियो साझा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'पुंछ का दर्द वहां जा कर ही महसूस होता है। टूटे आशियाने, बिखरी जिंदगियां- इस दर्द की गूंज से भी बस एक आवाज आती है-हम हिन्दुस्तानी एक हैं। आग्रह नहीं सरकार को जिम्मेदारी की याद दिला रहा हूं-पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित पुंछ और अन्य इलाकों के लिए ठोस, उदार और तात्कालिक राहत व पुनर्वास पैकेज तैयार किया जाए। यह मदद नहीं, फर्ज है।'
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