राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत का इरादा आखिरी वक्त में छोड़ा, सत्तापक्ष ने कसा तंज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता बहाली के बाद मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करने का इर ...और पढ़ें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता बहाली के बाद मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करने का इरादा आखिरी समय में बदल दिया।
पार्टी ने सदन में सियासी रणनीति के हिसाब से अचानक अपनी रणनीति बदली तो सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने तंज कसने से परहेज नहीं किया। चूंकि राहुल गांधी मंगलवार को राजस्थान के दौरे पर होंगे, इसलिए अब अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के आखिरी दिन बुधवार को सदन में अपनी बात रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को ही चर्चा का जवाब देंगे।
कांग्रेस ने बदली रणनीति तो सत्तापक्ष ने कसा तंज
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के सदन में उपनेता गौरव गोगोई ने दिया है और इसीलिए चर्चा उन्हें ही शुरू करनी थी, लेकिन कांग्रेस की ओर से स्पीकर ओम बिरला को सोमवार रात को यह पत्र दिया गया कि गोगोई ने अपनी जगह राहुल गांधी को बोलने का मौका देने का आग्रह किया है। राहुल सदन में बहस की शुरूआत करने की तैयारी के साथ आए भी और कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने उनके लाइव भाषण के लिए लिंक भी शेयर कर दिया, लेकिन चर्चा शुरू होने से कुछ मिनट पहले ही स्पीकर को बताया गया कि गौरव गोगोई ही अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का आगाज करेंगे।
प्रहलाद जोशी ने उठाए सवाल
गोगोई सदन में चर्चा शुरू करते इससे पहले ही प्रहलाद जोशी ने कहा कि चिठठी देकर राहुल गांधी से बहस शुरू कराने की कांग्रेस ने बात कही थी और हम सब राहुल को सुनने की तैयारी करके आए हैं फिर जानना चाहते हैं कि आखिर वक्त में क्या वजह रही कि वे नहीं बोल रहे। हालांकि लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल ने इसलिए शुरूआत नहीं की क्योंकि भाजपा निशिकांत दुबे को मैदान में उतारकर राहुल को हल्का साबित करना चाहती थी।
गौरव गोगोई और गृह मंत्री के बीच हुई नोकझोंक
स्पीकर को कांग्रेस की ओर से राहुल के बोलने को लेकर पत्र दिए जाने की बात जोशी के सदन में उठाने पर गौरव गोगोई ने एतराज जताते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के साथ पत्राचार की बातें उन्हें कैसे पता चल रही। उन्होंने यह भी कहा कि स्पीकर के कक्ष में प्रधानमंत्री की क्या-क्या चर्चा होती है यह हम भी यहां बता सकते हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने गोगोई की इस टिप्पणी पर आपत्ति जाहिर करते हुए उन्हें स्पीकर और पीएम की बातों को सदन में रखने की चुनौती दी। बिरला ने भी उन्हें ऐसी टिप्पणियों नहीं करने की नसीहत दी।

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