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पीएम मोदी बोले, नामदारों और नकारात्मकता का गठजोड़ है महागठबंधन

प्रधानमंत्री ने विपक्षी रैली पर तंज कसते हुए कहा कि जिनका कभी लोकतंत्र में भरोसा नहीं रहा, वे अब सार्वजनिक मंच से लोकतंत्र की बात कर रहे हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 01:38 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 07:22 AM (IST)
पीएम मोदी बोले, नामदारों और नकारात्मकता का गठजोड़ है महागठबंधन
पीएम मोदी बोले, नामदारों और नकारात्मकता का गठजोड़ है महागठबंधन

मड़गाव, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के संभावित महागठबंधन पर जबर्दस्त हमला बोला है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में शनिवार को हुई 23 पार्टियों की 'महारैली' के अगले ही दिन मोदी ने महागठबंधन को नामदारों, नकारात्मकता और अस्थिरता का अनोखा गठजोड़ बताया।

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प्रधानमंत्री ने रविवार को महाराष्ट्र के हातकणंगले, कोल्हापुर, माढ़ा और सतारा तथा दक्षिण गोवा संसदीय क्षेत्र के बूथ लेवल भाजपा कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। उन्होंने कहा कि 'यह महागठबंधन एक अनोखा गठजोड़ है। यह नामदारों, भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार, घोटालों, नकारात्मकता, अस्थिरता और असमानता का गठजोड़ है।'

उल्लेखनीय है कि कोलकाता की रैली में शामिल दलों ने एकजुट होकर मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया था। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष अपनी निश्चित हार को देखते हुए अभी से बहाने ढूंढने लगा है और ईवीएम को बुरा बताने लगा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने देखा होगा कि मंच पर विराजमान नेताओं में से एक ने बोफोर्स घोटाले को याद किया। सच्चाई छिप नहीं सकती है। मालूम हो कि रैली में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी की मौजूदगी में ही शरद यादव ने बोफोर्स घोटाले का जिक्र कर दिया था।

मोदी ने कहा कि 'विपक्ष के पास 'धनशक्ति' है और हमारे पास 'जनशक्ति'। उनका पार्टियों का गठबंधन है, जबकि हमारा 130 करोड़ भारतीयों से गठबंधन है। हम लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं के प्रति समर्पित हैं और वे अपने बेटे-बेटियों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। वे अपने परिवार को बचाने में लगे हैं और हम देश बचाने में।'

प्रधानमंत्री ने विपक्षी रैली पर तंज कसते हुए कहा कि जिनका कभी लोकतंत्र में भरोसा नहीं रहा, वे अब सार्वजनिक मंच से लोकतंत्र की बात कर रहे हैं। ऐसे लोग, जिनका किसी संस्था में विश्वास नहीं, वे संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने में लगे हैं। जिन लोगों ने पंचायत स्तर के चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ हिंसा की, वे अब लोकतंत्र बचाने का राग अलाप रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख समझते हैं। इसीलिए अपना रंग बदलने में कुछ भी करने से परहेज नहीं करते।

गरीब सवर्णों को कोटा से विपक्ष की नींद उड़ी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीब सवर्णों को शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में 10 फीसद आरक्षण देने के केंद्र के फैसले से विपक्ष की नींद उड़ गई है। उन्होंने कहा कि यदि हमारे फैसले में दम नहीं है, तो उन लोगों की रात की नींद खराब नहीं होनी चाहिए। वे झूठ और अफवाह फैलाने में लग गए हैं। इसका मतलब है कि हमने जो किया, वह सही है और देश के लिए है।

उन्होंने सीटें कम होने की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि हर शैक्षणिक संस्थान में 10 फीसद सीटें बढ़ाई जाएंगी, ताकि हर किसी को अवसर मिल सके। सरकार सुनिश्चित करेगी कि एससी, एसटी और ओबीसी का कोटा यथावत बना रहे।


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