Parliament Winter Session LIVE: 'अहंकार में एक शख्स ने अध्यादेश फाड़ दिया था', PM मोदी का राहुल गांधी पर सीधा हमला
Parliament Winter Session Live प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान पर चर्चा के बाद बहस का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि संविधान के निर्माताओं की मेहनत की वजह आज हमारा देश यहां तक पहुंचा है। वहीं, पीएम मोदी ने संविधान का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा।

Parliament Winter Session Live संसद का शीतकालीन सत्र शुरू से हंगामेदार रहा, लेकिन अगले दो दिन काफी अहम होने वाले हैं। आज से संविधान के अंगीकरण की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा शुरू हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहस की शुरुआत की। वहीं, विपक्ष की ओर से वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा जवाब देते हुए लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया।
प्रियंका ने उन्नाव रेप कांड और संभल हिंसा पर भाजपा को घेरने का काम किया। उन्होंने कहा कि जल्दी ही देश फिर उठेगा और आगे बढ़ेगा।
उधर कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में हंगामा मच गया। अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, झुकने वाला नहीं हूं।
पीएम मोदी ने कहा," कांग्रेस के लिए सत्ता सुख और सत्ता भूख। यही एकमात्र इतिहास है, कांग्रेस का वर्तमान है। हमने भी संविधान संशोधन किए हैं, लेकिन देश की एकता के लिए, देश की अखंडता के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए और संविधान की भावना के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ किए हैं।
पीएम मोदी ने शाह बानो केस का जिक्र करते हुए कहा, "एक वृद्ध महिला को संविधान द्वारा हक मिला था, लेकिन राजीव गांधी ने संविधान का गला घोंट कर न्याय के लिए तड़प रही महिला को न्याय दिलाने की जगह कट्टरपंथियों का साथ दिया।"
पीएम मोदी ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा,"जब भारत अपने संविधान की 25वीं वर्षगांठ मना रहा था, तब हमारे देश के संविधान की धज्जियाँ उड़ा दी गईं। आपातकाल लगा दिया गया! संवैधानिक प्रावधानों को निलंबित कर दिया गया! देश को जेलखाना बना दिया गया, नागरिकों के अधिकार छीन लिए गए, प्रेस की आज़ादी पर अंकुश लगा दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हमारी नीतियों को देखेंगे तो पिछले 10 साल देश की जनता ने जो मुझे सेवा करने का मौका दिया है, उन नीतियों और निर्णयों को देखेंगे तो भारत की एकता को मजबूती देने का निरंतर हम प्रयास करते रहे हैं।
आर्टिकल 370 देश की एकता में दीवार बना पड़ा था, लेकिन देश की एकता हमारी प्राथमिकता थी, जो हमारी संविधान की भावना थी। इसीलिए आर्टिकल 370 को हमने जमीन में गाड़ दिया।
आपातकाल का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संविधान के 25 वर्षा हुए तो लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया। कांग्रेस का माथे पर जो ये कलंक लगा है, वो कभी मिटने वाला नहीं
पीएम मोदी ने आगे कहा,"75 वर्ष की ये उपलब्धि असाधारण है। जब देश आजाद हुआ और उस समय भारत के लिए जो-जो संभावनाएं व्यक्त की गई थी उन संभावनाओं को निरस्त करते हुए, परास्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है।
इसलिए इस महान उपलब्धि के लिए, संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश के कोटि-कोटि नागरिकों का आदरपूर्वक नमन करता हूं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा,"75 वर्ष की ये उपलब्धि असाधारण है। जब देश आजाद हुआ और उस समय भारत के लिए जो-जो संभावनाएं व्यक्त की गई थी उन संभावनाओं को निरस्त करते हुए, परास्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है। इसलिए इस महान उपलब्धि के लिए, संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश के कोटि-कोटि नागरिकों का आदरपूर्वक नमन करता हूं।"
पीएम मोदी ने कहा,"संविधान के 75 वर्ष की यात्रा यादगार यात्रा है और विश्व के सबसे महान और विशाल लोकतंत्र की यात्रा है। इसकी मूल में हमारे संविधान निर्माताओं की दीर्घ दृष्टि, हमारे संविधान निर्माताओं के योगदान और जिसको लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, ये 75 वर्ष पूर्ण होने पर एक उत्सव मनाने का पल है।"
संविधान के 75 साल को लेकर संसद में हो रही चर्चा का हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा," भारत का लोकतंत्र बहुत समृद्ध रहा है। महान उपलब्धियों के लिए हर भारतीयों को नमन। विश्व के सबसे महान लोकतंत्र की यात्रा। देश का हर नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा।"
#WATCH | Speaking during discussion on the 75th anniversary of the adoption of the Constitution of India, PM Narendra Modi says, "For all of us, for all citizens and for all democracy-loving citizens across the world, this is a moment of great pride..." pic.twitter.com/eruvAXgE94
— ANI (@ANI) December 14, 2024
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "भाजपा वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती। मेरे भाषण से अडानी शब्द हटा दिया गया। ऐसा क्यों? क्या यह असंसदीय शब्द है? वे किसी का भी नाम ले सकते हैं लेकिन हम अडानी का नाम नहीं ले सकते?"
#WATCH | Delhi: Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, "... BJP does not want to talk about the real issues. The word Adani has been expunged from my speech. Why so? Is it an unparliamentary word? They can name anyone but we cannot name Adani?" pic.twitter.com/WskLl0bFwl
— ANI (@ANI) December 14, 2024
एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में वक्फ संपत्तियों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 26 का हवाला देते हुए वक्फ संपत्तियों को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। ओवैसी ने कहा, "अनुच्छेद 26 धार्मिक समूहों को अपने धार्मिक और परोपकारी उद्देश्यों के लिए संस्थान स्थापित और उनका प्रबंधन करने का अधिकार देता है। सरकार ताकत के जरिए वक्फ संपत्तियों का छीनना चाहती है।"
TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने संविधान पर चर्चा के दौरान कहा कि केंद्र सरकार संविधान से छेड़छाड़ करना चाहती है। उन्होंने कहा कि मुझपर भी कई हमले हुए जिसके चलते मुझे सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। यही संविधान की ताकत है।
प्रियंका गांधी ने यूपी के उन्नाव रेप कांड का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि 20 साल की लड़की अपनी लड़ाई लड़ रही थी, लेकिन उसे जलाकर मार डाला गया। उन्होंने कहा कि बेटी को पिता ने रोका भी था, लेकिन उसने कहा कि मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगी। प्रियंका ने कहा कि लड़की को ये क्षमता उसे संविधान ने ही दी है।
वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि बाबा आंबेडकर, मौलाना आजाद जी और जवाहरलाल नेहरू और उस समय के तमाम नेता इस संविधान को बनाने में सालों जुटे रहे। हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है। इसने हर भारतीय को ये पहचानने की शक्ति दी कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है। उसे अपने अधिकारों की आवाज उठाने की क्षमता है। प्रियंका गांधी ने कहा कि जातीय जनगणना की मांग पर ये मंगलसूत्र की बात करते हैं। इस मुद्दे को लेकर ये इनकी गंभीरता है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि दुख की बात ये है कि सत्तापक्ष के साथी जो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उन्होंने 10 सालों में ये सुरक्षा कवच तोड़ने का प्रयास किया है। लेटरल एंट्री और निजिकरण के जरिए सरकार आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। अगर लोकसभा में ये नतीजे नहीं आए होते तो संविधान बदलने का काम भी शुरू कर देती। इस चुनाव में इनको पता चल गया कि देश की जनता ही इस संविधान को सुरक्षित रखेगी। इस चुनाव में हारते-हारते जीतते हुए एहसास हुआ कि संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी।
लोकसभा में चुनकर आने के बाद प्रियंका गांधी पहली बार संबोधन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि संविधान ही हमारी आवाज है, यह सिर्फ एक दस्तावेज मात्र नहीं है। भारत में संवाद और चर्चा की परंपरा रही है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है, इसमें भगत सिंह और वीर सावरकर का भी योगदान है। वीर सावरकर का नाम सुनते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
संविधान के अंगिकार के 75 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहस की शुरुआत की है।
भाजपा ने राज्यसभा के अपने सभी सांसदों को 16 और 17 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। दोनों दिन सदन में संविधान पर चर्चा होगी।
राज्यसभा अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज जोरदार हंगामा हुआ। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, झुकने वाला नहीं हूं। धनखड़ के बयान के बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आप अगर किसान के बेटे हैं तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं। उन्होंने कहा कि संसद में सभी को बोलने का मौका मिलना चाहिए।
आज दोपहर 12 बजे से कल तक संविधान पर विशेष चर्चा शुरू होने वाली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बहस की शुरुआत करेंगे और प्रियंका गांधी वाड्रा जवाब देते हुए लोकसभा में अपना पहला भाषण दे सकती हैं।
संसद की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में हंगामा हो गया। अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विपक्ष पर हमला बोलते हुए राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं झुकुंगा नहीं।