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    'मोदी की दुनिया से चाहे इसे हटा दिया जाए लेकिन...' संसद के रिकॉर्ड से हटाए गए राहुल गांधी के भाषण के अंश पर मचा घमासान

    लोकसभा में सोमवार को संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा-संघ के साथ पीएम मोदी पर तीखा हमला किया। सत्ताधारी भाजपा ने इस पर आपत्ति जताते हुए स्पीकर से इन अंशों को निकालने की मांग की थी जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने मध्य रात्रि करीब दो बजे राहुल के भाषण के इन अंशों को रिकार्ड से हटाने का बुलेटिन जारी किया।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 02 Jul 2024 11:41 PM (IST)
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    राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में दिए गए भाषण के कुछ अंश हटा दिए गए।(फोटो सोर्स: एएनआई)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष के रूप में राहुल गांधी के सदन में पहले भाषण के कुछ अंशों को स्पीकर ओम बिरला ने रिकॉर्ड से हटा दिया है। स्पीकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा और आरएसएस के हिन्दुत्व को हिंसक बताने संबंधी संबोधन के हिस्से को सदन संचालन के नियम 380 का हवाला देते हुए रिकार्ड से हटाया है।

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    मैं किसी असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया गया: राहुल गांधी 

    राहुल गांधी ने अपने संबोधन के हिस्से को रिकार्ड से हटाए जाने का कड़ा विरोध करते हुए स्पीकर को पत्र लिखकर साफ कहा है कि उनके भाषण के जिन अंशों को निकाला गया है वह इस नियम के दायरे में नहीं आते क्योंकि इसमें किसी तरह के असंसदीय शब्दों का उपयोग नहीं किया गया है।

    नेता विपक्ष ने उनकी सुविचारित टिप्पणियों के 'चुनिंदा' हिस्सों को रिकार्ड से हटाने को संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ बताते हुए इसे फिर से रिकार्ड में शामिल किए जाने की मांग की है।

    राहुल गांधी के भाषण के अंश हटाए जाने पर विपक्षी नेताओं ने किया विरोध 

    राहुल ने कहा कि मोदी की दुनिया से चाहे इसे रिकार्ड से हटा दिया जाए, लेकिन सच वही है जो मैंने कहा। कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के भी कई नेताओं ने पीएम मोदी और भाजपा को असहज करने वाले राहुल के भाषण के अंशों को सदन के रिकार्ड से हटाए जाने की तीखी आलोचना की है।

    राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना 

    लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से बहस की शुरूआत करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा-संघ के साथ पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए उनके हिन्दुत्व को हिंसक करार दिया था।

    सत्ताधारी भाजपा ने इस पर आपत्ति जताते हुए स्पीकर से इन अंशों को निकालने की मांग की थी जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने मध्य रात्रि करीब दो बजे राहुल के भाषण के इन अंशों को रिकार्ड से हटाने का बुलेटिन जारी किया।

    राहुल गांधी ने अनुराग ठाकुर के भाषण का दिया हवाला 

    कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने मंगलवार सुबह ही स्पीकर के फैसले पर सवाल उठाते हुए सत्तापक्ष को घेरा तो राहुल गांधी ने बिरला को पत्र लिखकर हटाए अंशों को फिर से शामिल करने की मांग की। नेता विपक्ष ने स्पीकर को लिखे पत्र में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के भाषण का भी हवाला देते हुए कहा कि यह आरोपों से भरा था लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसमें से केवल एक शब्द निकाला गया।

    इससे साफ है कि उनके भाषण के हिस्से का चयनात्मक निष्कासन तर्क के खिलाफ है। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने संसद में कहा कि अगर विपक्ष को किसी वक्तव्य पर आपत्ति है तो वह नोटिस दे सकते हैं। राहुल ने स्पीकर से कहा है कि सदन की कार्यवाही से कुछ टिप्पणियों को हटाने की उन्हें शक्तियां प्राप्त हैं, लेकिन शर्त केवल उन शब्दों की है जिनकी प्रकृति के बारे में प्रक्रिया और आचरण के नियम 380 में उल्लेख है। 

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