Parliament Session 2024: 17वीं लोकसभा को सांसदों ने बताया ऐतिहासिक, हेमा मालिनी से लेकर पूनम महाजन ने कही ये बात
17वीं लोकसभा के कई सदस्यों ने शनिवार को इस संसद के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया और कहा कि अनुच्छेद 370 खत्म करने तीन तलाक राम मंदिर और नए संसद भवन को इसके मुख्य आकर्षण के रूप में याद किया। सांसद पूनम महाजन ने कहा मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के युग में सांसद बनकर धन्य महसूस कर रही हूं। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।

पीटीआई, नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के कई सदस्यों ने शनिवार को इस संसद के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया और कहा कि अनुच्छेद 370 खत्म करने, तीन तलाक, राम मंदिर और नए संसद भवन को इसके मुख्य आकर्षण के रूप में याद किया। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।
क्या बोलीं पूनम महाजन
उत्तर मध्य मुंबई से सांसद पूनम महाजन ने कहा- 'मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के युग में सांसद बनकर धन्य महसूस कर रही हूं। हम चीजों को उस तरह से होते हुए देख सकते हैं जैसा पहले कभी नहीं हुआ था। किए गए सामाजिक और आर्थिक सुधारों से हम किसानों, युवाओं और महिलाओं को आगे ले जा सकते हैं। 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं, जो सबसे बड़ी उपलब्धि है। अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था। यह हमारे दिलों से अधिक जुड़ा था। कश्मीर ने कई वर्षों तक कांग्रेस की खराब राजनीति का सामना किया है। तीन तलाक विधेयक महिलाओं के लिए समानता के बारे में था।'
हेमा मालिनी ने की सरकार की तारीफ
मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने कहा- 'पिछले पांच साल बहुत अच्छे रहे हैं। बेशक, कोविड के दौरान बीच में कुछ बाधा आई लेकिन फिर भी हम कामयाब रहे और सत्र चला। यह बहुत सफल रहा। मैं दो लोकसभाओं 16वीं और 17वीं का हिस्सा थी। इस दौरान मैंने बहुत सारे लोगों और बुद्धिजीवियों से मुलाकात की। पार्टी सीमाओं से परे कई दोस्त बने और मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। हम सभी भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल को लेकर आश्वस्त हैं।'
देश की सेवा करना जारी रखेंगे- सुप्रिया सुले
राकांपा (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा- 'सत्ता पक्ष या विपक्ष का सदस्य होने की भूमिकाएं सदन तक ही सीमित हैं और हम सभी सांसद अच्छे दोस्त हैं। राजनीति और विचारधाराएं एक तरफ हैं और दोस्ती उससे ऊपर है। यही लोकतंत्र है। इस लोकसभा का अनुभव बहुत अच्छा रहा, हालांकि हर तरह के क्षण आए। लेकिन हम सभी जहां भी हैं, देश की सेवा करना जारी रखेंगे।'
सांसद महेश शर्मा ने कहा- '17वीं लोकसभा ने एक नए विजन के साथ नए भवन में प्रवेश किया। भारत को विकासशील देश से विकसित देशों की श्रेणी में लाने का संकल्प था, हम इस ओर अग्रसर हैं। पीएम विकास के रथ के अर्जुन रहे हैं।'
मनोज तिवारी ने 17वीं लोकसभा को बताया ऐतिहासिक
उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक लोकसभा है। हमने 'भारतीय दंड संहिता को भारतीय न्याय संहिता में बदलते देखा। हम अगले दो साल में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। हमारे लिए एकमात्र दुखद बात यह थी कि दो बार पूरा सत्र हंगामे के कारण बर्बाद हो गया। हम जैसे लोगों के लिए दुखद है जो विश्वास के साथ लोकसभा में आए। लेकिन हमने यह भी देखा कि कुछ विधेयक ऐसे थे जहां हमें गैर-राजग सदस्यों का भी समर्थन मिला।
क्या बोले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी से सांसद प्रिंस राज ने कहा कि इस सदन का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व की बात है। कई अलग-अलग अनुभव हुए। जब मैं सदन में आया और अपना पहला भाषण दिया तो मुझसे पूछा गया कि एक युवा सांसद के रूप में मैं कैसा महसूस करता हूं, तो मैंने कहा कि मैं एक नए स्कूल में एक नए छात्र की तरह महसूस करता हूं। कुछ छात्र पढ़ाई में अच्छे हैं और कुछ नहीं हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष अलग-अलग बैठे हैं। जिस तरह से सदन में राष्ट्रीय हित के मामले उठाए जाते हैं, बहस होती है, अलग-अलग मसलों पर चर्चा होती है, उससे हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है।
बिहार के बिहटा से सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि 17वीं लोकसभा ने असाधारण काम किया। इसके परिणाम आगामी चुनावों में भाजपा के प्रचंड बहुमत के रूप में दिखाई देंगे। तीन तलाक, अनुच्छेद 370 निरस्तीकरण और अयोध्या में राम मंदिर मुख्य आकर्षण रहे।
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