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    चुनाव आयोग मामले पर राहुल गांधी को मिला घटक दलों का साथ, कहा- लड़ाई में हम आपके साथ

    Updated: Fri, 08 Aug 2025 11:00 PM (IST)

    राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों को विपक्षी दलों का समर्थन मिला है। विपक्षी गठबंधन इंडिया ने चुनाव आयोग की भूमिका पर संदेह जताया है। 11 अगस्त को चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध मार्च होगा और 1 सितंबर को पटना में मेगा रैली आयोजित की जाएगी जिसमें धांधली के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। राहुल गांधी ने कहा है कि लोकतंत्र की चोरी का अंजाम बहुत भयानक होगा।

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    बिहार में पुनरीक्षण के खिलाफ एक सितंबर को महागठबंधन के कार्यक्रम अब होगी विपक्ष की मेगा रैली।

    संजय मिश्र, नई दिल्ली। वोट चोरी के जरिए चुनावों में धांधली को अंजाम दिए जाने के राहुल गांधी के फोड़े गए "एटम बम" दावे की गंभीरता को चुनाव आयोग भले ही नकार रहा मगर विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन की तमाम पार्टियों के नेताओं ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पूरा समर्थन करने का भरोसा दे दिया है।

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    विपक्षी दलों के नेताओं की गुरूवार हुई रात्रि भोज रणनीतिक बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस, सपा, शिवसेना यूबीटी से लेकर राजद सरीखे सभी प्रमुख घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव धांधली में कथित तौर पर चुनाव आयोग की अंदरूनी संदिग्ध भूमिका को उजागर करने की मुहिम में हर निर्णायक मोड़ पर कदम से कदम मिलाकर चलने की बात कही है।

    मुखर तेवर रखेगी कांग्रेस

    विपक्षी दलों से समर्थन का पुख्ता संदेश मिलने के साथ ही राहुल गांधी ने "वोट चोरी" के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मुखर तेवर देना तय कर लिया है। चुनाव आयोग के खिलाफ 11 अगस्त को होने वाला विरोध मार्च इसकी पहली कड़ी बनेगी।

    वहीं बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण के खिलाफ चुनावी धांधली के खिलाफ पटना में एक सितंबर को विपक्ष की मेगा रैली में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे से लेकर आइएनडीआइए गठबंधन के शीर्षस्थ नेता शामिल होंगे।

    लोकसभा चुनाव 2024 में कर्नाटक की सेंट्रल बेंगलुरू सीट के एक विधानसभा सीट महादेवपुरा में चुनाव आयोग की मतदाता सूची में एक लाख से अधिक फर्जी वोटर होने के राहुल गांधी के दावों का आइएनडीआइए के तमाम दलों का पूरा समर्थन करने की पुष्टि खुद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने की। साथ ही यह कहने से गुरेज नहीं किया कि तमाम नेताओं ने चुनाव आयोग के असहयोग के बावजूद चुनावी धांधली का खुलासा करने के लिए नेता प्रतिपक्ष के चुनौतीपूर्ण काम की प्रशंसा की।

    पूरे विपक्ष ने किया समर्थन

    राहुल गांधी की रात्रि भोज बैठक में शामिल घटक दल के एक नेता ने कहा कि जब नेता विपक्ष ने चुनाव आयोग की कथित मिलीभगत से वोट चोरी के तौर-तरीकों का पूरा प्रजेंटेशन दिखाया उसके बाद उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, सुप्रिया सूले आदि ने सराहना करते हुए साफ कहा कि यह लड़ाई केवल उनकी नहीं बल्कि संपूर्ण विपक्ष की है।

    शिवसेना यूबीटी की प्रवक्ता राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा भी कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने एक बेहतरीन आंकड़ों पर आधारित खोजी रिपोर्ट पेश की है और अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की यह जिम्मेदारी है कि वह समझौतावादी संस्थान बन चुके आयोग से जवाबदेही मांगे।

    विपक्षी नेताओं के पुख्ता समर्थन के मद्देनजर ही बिहार में पुनरीक्षण के जरिए बड़ी संख्या में लोगों को वोटर लिस्ट से बाहर करने के विरूद्ध महागठबंधन के अभियान को बड़ा आकार देते हुए आइएनडीआइए का मेगा कार्यक्रम बनाया जा रहा है। कांग्रेस के आधिकारिक सूत्रों ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग जिस तरह धांधली के आरोपों की जांच की बजाय राहुल गांधी पर राजनीतिक तरीके से हमले कर रहा उससे साफ है कि चुनावी धांधली के खिलाफ लड़ाई का यह फलक बड़ा ही नहीं आक्रामक भी होगा।

    कांग्रेस ने क्या संदेश देने की कोशिश की?

    कांग्रेस की शुक्रवार को बेंगलुरू में हुई वोट अधिकार रैली के दौरान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वतंत्रता आंदोलन के "करो या मरो" की तरह मताधिकार छीनने के प्रयासों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की घोषणा कर इसका साफ संदेश दिया।

    वहीं राहुल गांधी ने भी चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाते हुए चुनावी धांधली के खिलाफ संघर्ष में किसी कीमत पर पीछे नहीं हटने का दो टूक संदेश देते हुए कहा "भारत का लोकतंत्र बेशकीमती है, इसकी चोरी का अंजाम बहुत भयानक होगा। देश के गुनहगार सुन लें वक्त बदलेगा, सजा जरूर मिलेगी।"

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