Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    कौन होगा महाराष्ट्र का मुख्यंमत्री? फडणवीस ही नहीं ये दो नेता भी सीएम की रेस में शामिल

    Updated: Fri, 29 Nov 2024 08:20 PM (IST)

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भी महाराष्ट्र में अभी सरकार गठन की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। भाजपा ने भी अभी तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुना है। दिल्ली से लौटने के बाद मुंबई में महायुति की बैठक थी। मगर उससे पहले कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव रवाना हो चुके हैं। इसके बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म है।

    Hero Image
    भाजपा नेता देवेंद्र फडणनवीस। ( फोटो- एएनआई )

    राज्य ब्यूरो मुंबई/ डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस व अजित पवार की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बावजूद नई सरकार के गठन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होने से राज्य में कयासों को बल मिल रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। इसके बावजूद वह अभी तक अपना विधायक दल का नेता नहीं चुन सकी है। शुक्रवार को भी पूरे दिन विधायकों को नेता चुनने के लिए कोई बुलावा नहीं आया। इससे स्पष्ट है कि अगले दो दिन विधायक दल का नेता नहीं चुना जा सकेगा। इस प्रक्रिया में देर होने से अब भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए कोई नया चेहरा पेश किए जाने के कयास भी लगाए जाने लगे हैं।

    भाजपा का होगा सीएम

    गुरुवार देर रात अमित शाह के साथ महाराष्ट्र के नेताओं की बैठक में भी मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए। कहा जा रहा है कि बैठक में सिर्फ यह संकेत दिए गए हैं कि मुख्यमंत्री भाजपा का होगा। मगर मुख्यमंत्री पद को लेकर देवेंद्र फडणवीस के नाम पर भी कोई सुनिश्चितता नहीं जताई गई है।

    बैठक में तय किया गया था कि भाजपा, राकांपा और शिवसेना के नेता मुंबई लौटकर सरकार बनाने की प्रक्रिया पर बातचीत शुरू करेंगे। मगर दिल्ली से लौटने के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शुक्रवार सुबह ही अपने गांव चले गए हैं। अब शिवसेना के मुंबई स्थित नेताओं ने कहा कि भाजपा की ओर से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद ही सरकार गठन की कोई बातचीत आगे बढ़ सकती है।

    जब यह बात आगे बढ़ने की स्थिति आएगी तो शिंदे वापस आ जाएंगे। इस बीच भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के अलावा कुछ और नेताओं के नाम भी लिए जाने लगे हैं। इनमें अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और मराठा समुदाय से आने वाले पुणे के सांसद एवं केंद्र सरकार में मंत्री मुरलीधर मोहोल का नाम भी शामिल है।

    कौन हैं चंद्रशेखर बावनकुले?

    चंद्रशेखर बावनकुले महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष हैं। वो कामठी विधानसभा सीट से चौथी बार विधानसभा चुनाव जीते हैं। विधानसभा चुनाव 2024 में बावनकुले ने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश भोयर को 40946 मतों से शिकस्त दी है। 2014 से 2019 तक बावनकुले देवेंद्र फडणवीस सरकार में ऊर्जा एवं उत्पाद शुल्क मंत्री रह चुके हैं। हालांकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया था।

    बावनकुले का संबंध तेली समाज से है। विदर्भ क्षेत्र में तेली समाज दूसरा सबसे बड़ा ओबीसी वर्ग है। बावनकुले की वजह से यह समाज भाजपा के करीब है। 12 अगस्त 2022 को भाजपा ने चंद्रशेखर बावनकुले को महाराष्ट्र का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था।

    बावनकुले को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का करीबी माना जाता है। बावनकुले नागपुर भाजपा के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष दोनों रह चुके हैं। कामठी विधानसभा में संगठनात्मक सचिव के तौर पर भी काम किया। बावनकुले नागपुर जिला परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं।

    मुरलीधर मोहोल के बारे में भी जानें

    महाराष्ट्र की पुणे लोकसभा सीट से मुरलीधर मोहोल पहली बार सांसद बने और पहली बार में ही मोदी सरकार में बतौर राज्यमंत्री शपथ ली। मुरलीधर ने कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र धांगेकर को सवा लाख वोटो से चुनाव हराया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुरलीधर मोहाल ने तीन दशक पहले भाजपा से अपना राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। मोहोल पुणे के मेयर भी रह चुके हैं।

    यह भी पढ़ें: अमित शाह के साथ बैठक में महाराष्ट्र के सीएम का नाम फाइनल, पढ़ें किसे मिलेगा गृह और वित्त मंत्रालय

    यह भी पढ़ें: 'कड़े फैसले लेने होंगे', हरियाणा-महाराष्ट्र में करारी हार के बाद खरगे सख्त; कहा- जवाबदेही तय करनी होगी