सियासी डोर थामने का मायावती ने फिर दिया मौका, भतीजे आकाश को बीएसपी में मिली बड़ी जिम्मेदारी
बीएसपी चीफ मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद बड़ी जिम्मेदारी दी है। मायावती ने आकाश की पार्टी के राजनीतिक पटल पर जोर-शोर से वापसी कराई है। रव ...और पढ़ें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी कसौटी पर मुश्किलों के दौर से गुजर रही बसपा की सियासत पटरी पर लाने के लिए पिछले कुछ समय से सक्रिय हुई पार्टी प्रमुख मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद की पार्टी के राजनीतिक पटल पर जोर-शोर से वापसी कराई है।
दिल्ली में रविवार को बुलाई गई बसपा की राष्ट्रीय बैठक में मायावती ने आकाश को फिर से पार्टी का मुख्य राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर नियुक्त कर पार्टी में नंबर दो की भूमिका देकर भविष्य में अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने का संदेश भी दिया। हालांकि, आकाश को इस बैठक में साफ नसीहत भी दे दी कि इसके लिए पार्टी प्रमुख की लाइन पर ही चलना होगा और अब की बार ससुराल पक्ष के प्रभाव में आने की गलती वे नहीं दोहराएंगे।
आकाश आनंद को मायावती ने फिर दी बड़ी जिम्मेदारी
वहीं, आकाश आनंद ने कहा कि बहन जी ने मुझे पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी है। मैं उनका दिल से आभार प्रकट करता हूं। मायावती की अध्यक्षता में बसपा की राष्ट्रीय बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान में आकाश आनंद को फिर से मुख्य राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर बनाने के पार्टी सुप्रीमो के फैसले की घोषणा की गई। बताया गया कि पूरे देश से आए पार्टी के लोगों की सहमति से आकाश आनंद को यह जिम्मेदारी दी गई तथा उन्हें पार्टी के आगे के कार्यक्रम दिए गए।
उम्मीद है कि इस बार आकाश पार्टी और मूवमेंट के हित में हर प्रकार की सावधानी बरतते हुए पार्टी को मजबूत बनाने में अपना सराहनीय योगदान देंगे। बसपा की घोषणा से स्पष्ट है कि आकाश अब अगले बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए भी सक्रिय रहेंगे। इसी बैठक में मायावती ने फैसला किया कि बिहार में बसपा अकेले पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी।
मायावती ने आकाश को पार्टी ने कर दिया था निष्कासित
गौरतलब है कि मायावती ने बीते फरवरी में आकाश को अपने ससुर तथा ससुराल पक्ष के प्रभाव में काम करने को लेकर बसपा से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद आकाश ने अप्रैल महीने में सार्वजनिक रूप से अपनी बुआ से माफी मांगी तो मायावती ने उन्हें क्षमादान देते हुए पार्टी में वापस ले लिया और रविवार को एक बार फिर मुख्य राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर बनाकर अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने की भूमिका सौंप दी।
बसपा की इस बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना की पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई को गौरवपूर्ण बताते हुए सराहना की गई। वहीं, विदेश सचिव के बाद सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री की अभद्र टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा गया कि ऐसे मंत्रियों के खिलाफ भाजपा की ओर से कार्रवाई किए जाने का पूरे देश को इंतजार है।
इसके साथ ही तथागत गौतमबुद्ध व बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर आदि की प्रतिमा का अनादर कर समाज में द्वेष व वैमनस्य फैलाने वाली घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकारों से सख्ती बरतने को कहा। मायावती ने यह भी कहा कि देश में पार्टी के कार्यक्रमों में व्यवस्था तथा अनुशासन आदि के लिए पार्टी के वर्दीधारी बहुजन वालंटियर फोर्स को पहले की ही तरह संगठित कर इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

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