चुनाव से पहले CM के नाम पर नहीं हुई चर्चा, अजित पवार के बयान से बढ़ी महायुति में टेंशन! खोल दी अंदर की बात
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अपनी महत्वपूर्ण सफलता के बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पार्टी का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। राष्ट्रीय राजधानी में एनसीपी की बैठक में अजित पवार ने राष्ट्रीय राजनीतिक ताकत के रूप में पार्टी का दर्जा पुनः प्राप्त करने की दिशा में काम करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

एजेंसी, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री को लेकर पांच दिन से सस्पेंस बरकरार है। महाराष्ट्र सीएम को लेकर आज दिल्ली में रात 9 बजे एनडीए की बैठक होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे भी शमिल होंगे। ये तीनों नेता आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
अमित शाह से मुलाकात से पहले अजित पवार ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की जीत के लिए एनसीपी कार्यकर्ताओं और जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा राज्य की प्रगति के लिए काम किया। महिलाओं और युवाओं के लिए कई योजनाएं चलाई, यह जीत उसी का प्रतिफल है।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
जब पत्रकारों ने अजित पवार से पूछा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस पर उन्होंने कहा कि हम एक गठबंधन में हैं, गठबंधन में कोई भी फैसला अकेले नहीं लिया जाता। आज अमित शाह भाई के साथ बैठक है। हमने पहले कभी भी इस बात पर चर्चा नहीं की कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। सीएम के लिए पहले से चर्चा करने से पार्टी को नुकसान हो सकता है। बैठक के बाद ही हम फैसला करेंगे।
राष्ट्रीय सम्मेलन की योजना
अजित पवार ने कहा कि हमारी पार्टी कभी राष्ट्रीय पार्टी थी। उस दर्जे को पुनः प्राप्त करने के लिए हमें अब और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। हम लड़ेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे। पवार ने दिसंबर के बाद आयोजित होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन की योजना की भी घोषणा की, जिसके दौरान पार्टी के भीतर जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
विपक्ष पर कसा तंज
एनसीपी प्रमुख ने महाराष्ट्र चुनावों में इस्तेमाल की गई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संसदीय चुनावों में ईवीएम स्वीकार्य थे क्योंकि नतीजे उनके (महा विकास अघाड़ी) पक्ष में थे। हालांकि, जब विधानसभा चुनाव के नतीजे अलग होते हैं, तो वे सुविधाजनक तरीके से ईवीएम को दोष देते हैं।
सबको मिलता है अवसर
उन्होंने कहा कि जो भी परिणाम देने की क्षमता प्रदर्शित करेगा, उसे अवसर दिए जाएंगे। हम युवा पीढ़ी को आगे लाना चाहते हैं और सुनिश्चित करना चाहते हैं कि महिलाओं को पूरे अवसर मिलें। महिलाओं ने महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए मजबूत समर्थन दिखाया है। यह पहली बार है जब किसी भी गठबंधन से इतनी बड़ी संख्या में विधायक चुने गए हैं।
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