'एमपी में महिलाएं पीती हैं सबसे ज्यादा शराब', जीतू पटवारी के बिगड़े बोल; आंकड़ों ने खोल दी पोल
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया है कि प्रदेश में महिलाओं की शराबखोरी पूरे देश में सबसे ज्यादा है जिससे राजनीतिक बहस छिड़ गई है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर नशे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और लाडली बहन योजना पर निशाना साधा। बीजेपी ने पटवारी के बयान को महिलाओं का अपमान बताया और आंकड़ों को गलत ठहराया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक बयान ने तूफान खड़ा कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश में महिलाओं की शराबखोरी पूरे देश में सबसे ज्यादा है। उनके इस बयान ने राजनीतिक के साथ-साथ सामाजिक बहस भी छेड़ दी है।
भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पटवारी ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियों ने प्रदेश को नशे की गिरफ्त में धकेल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब और नशीले पदार्थों का धंधा लगातार बढ़ रहा है और अब महिलाएं व लड़कियां भी इसकी चपेट में आ रही हैं।
कांग्रेस नेता ने सरकार की लाडली बहन योजना पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने वोट तो इस योजना के नाम पर लिए, लेकिन महिलाओं को नशे से बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
बीजेपी का पलटवार
पटवारी के बयान पर बीजेपी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इसे अशोभनीय बताया। इसके साथ ही, नेहा बग्गा ने कहा कि यह बयान महिलाओं का अपमान है। उन्होंने कहा, "यह आंकड़ों की हत्या ही नहीं, महिलाओं की गरिमा पर हमला है। महिलाएं नशे में नहीं हैं बल्कि आपकी सोच नशे में है"।
क्या कहते हैं आंकड़े?
- नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (NFHS-5) के मुताबिक:-
- अरुणाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा महिलाएं (लगभग 26%) शराब पीती हैं।
- सिक्किम में यह आंकड़ा 16.2% है, जबकि असम, तेलंगाना और झारखंड भी शीर्ष राज्यों में आते हैं।
- मध्यप्रदेश में सिर्फ 1.6% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, यानी राष्ट्रीय औसत से भी काफी नीचे।
छिड़ा सियासी संग्राम
जीतू पटवारी के बयान ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच नए सियासी संग्राम को जन्म दे दिया है। कांग्रेस जहां सरकार पर नशे के कारोबार को रोकने में नाकामी का आरोप लगा रही है, वहीं बीजेपी कांग्रेस पर झूठ फैलाने और महिलाओं को राजनीति में घसीटने का आरोप लगा रही है।
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