राहुल गांधी के 'महाराजों' वाली टिप्पणी पर मचा सियासी बवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर कांग्रेस ने किया पलटवार
मध्यप्रदेश के महू में आयोजित जय बापू जय भीम जय संविधान रैली में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा विपक्ष के नेता राहुल गांधी की केवल महाराजाओं को ही अधिकार प्राप्त थे वाली टिप्पणी की आलोचना की। इस बीच कांग्रेस ने भी सिंधिया पर निशाना साधा।

पीटीआई, नई दिल्ली। इंदौर के महू में हुई कांग्रेस की रैली के बाद मध्य प्रदेश में सियासत गर्माती हुई दिखाई दे रही है। इस बीच भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा विपक्ष के नेता राहुल गांधी की 'केवल महाराजाओं को ही अधिकार प्राप्त थे' वाली टिप्पणी की आलोचना की गई। वहीं, मंगलवार को कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पोस्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि केंद्रीय मंत्री शायद शाही परिवारों के अंग्रेजों के प्रति प्रेम को भूल गए हों, 'लेकिन हम नहीं भूल सकते।'
बता दें कि सोमवार को महू में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि आजादी से पहले दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को कोई अधिकार नहीं थे, जब "केवल महाराजाओं और राजाओं को ही अधिकार प्राप्त थे।"
उन्होंने कहा था, स्वतंत्रता के साथ ही बदलाव आया। आपको जमीन और अधिकार मिले। भाजपा-आरएसएस स्वतंत्रता-पूर्व का भारत चाहते हैं, जहां आम लोगों के पास कोई अधिकार नहीं थे और केवल अडानी और अंबानी जैसों के पास अधिकार थे। वे चाहते हैं कि गरीब चुपचाप कष्ट सहें और सपने न देखें, जबकि देश अरबपतियों द्वारा चलाया जा रहा है।
इतिहास पढ़ लें राहुल गांधी- ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिंधिया ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को अपनी 'पॉकेट डायरी' मानने वाले नेता राहुल गांधी द्वारा आजादी से पहले भारत के राजघरानों की भूमिका पर दिया गया बयान उनकी संकीर्ण सोच और समझ को उजागर करता है।
संविधान को अपनी 'पॉकेट डायरी' समझने वाले नेता राहुल गांधी द्वारा आजादी से पूर्व भारत के राजपरिवारों की भूमिका को लेकर दिया गया बयान उनकी संकीर्ण सोच व समझ को उजागर करता है। सत्ता और कुर्सी की भूख में वह भूल गए हैं की इन राजपरिवारों ने वर्षों पहले भारत में समानता और समावेशी विकास… pic.twitter.com/bOsF5PA7EQ
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) January 27, 2025
राहुल गांधी और सिंधिया के बीच X पर छिड़ी बहस
सिंधिया ने सोमवार रात एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, सत्ता और पद की भूख में वह भूल गए हैं कि इन राजघरानों ने ही सालों पहले भारत में समानता और समावेशी विकास की नींव रखी थी।
2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया ने कहा, वह भूल गए हैं कि: बड़ौदा महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने हमारे संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी। छत्रपति शाहूजी महाराज ने 1902 में देश के बहुजनों को पहली बार अपने शासन में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर सामाजिक न्याय की नींव रखी थी।
भाजपा नेता ने कहा कि पिछड़े वर्गों को शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ग्वालियर के माधव महाराज प्रथम ने पूरे ग्वालियर-चंबल में शिक्षा और रोजगार केंद्र खोले थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ही तानाशाही विचारधारा को जन्म दिया और दलितों, वंचितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों पर हमला करने का काम किया।
सिंधिया ने कहा, राहुल गांधी, पहले इतिहास पढ़ लें, फिर बयानबाजी करें!
कांग्रेस ने सिंधिया पर किया पलटवार
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सिंधिया पर पलटवार करते हुए कहा, इतिहास आपकी ओर अंगुली उठाकर रोता है योर हाइनेस। अगर संविधान का 26 वाँ संशोधन ना हुआ होता तो आज भी भारत सरकार की तरफ़ से ग्वालियर राजघराने को करोड़ों रुपए टैक्स फ्री दिए जा रहे होते (सन 1950 में 25,00,000)
भारत में विलय की यह क़ीमत लेते रहे आप, सन 71 तक।
पवन खेड़ा ने मंगलवार को एक्स पर अपने ट्वीट में कहा, राजघरानों की गद्दारी उनका अंग्रेज़ों से प्रेम आप शायद भूल गए हम सब नहीं भूल पाते।
इतिहास गवाह हैं कि एक राजघराने की पिस्तौल का इस्तेमाल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में हुआ था। अनेक राजघरानों के कुकर्मों की सूची को चंद राजाओं की नेकी से नहीं ढ़ंका जा सकता।
उन्होंने आगे कहा, नेहरू और पटेल द्वारा राजे-रजवाड़ों पर दबाव बना कर लोकतंत्र की लगाम आम नागरिकों को सौंपे जाने की टीस अब तक कुछ राजपरिवारों में बाकी है।
इतिहास आपकी ओर अंगुली उठाकर रोता है योर हाइनेस।
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) January 28, 2025
▪️अगर संविधान का 26 वाँ संशोधन ना हुआ होता तो आज भी भारत सरकार की तरफ़ से ग्वालियर राजघराने को करोड़ों रुपए टैक्स फ्री दिए जा रहे होते (सन 1950 में 25,00,000)
भारत में विलय की यह क़ीमत लेते रहे आप, सन 71 तक।
राजघरानों की… https://t.co/BAGuupbxgs
पवन खेड़ा ने सिंधिया पर किया कटाक्ष, सुनाई कविता
सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए खेड़ा ने झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की एक प्रसिद्ध कविता की कुछ पंक्तियां भी कही।
कविता में, सिंधिया को अंग्रेजों का मित्र बताया गया है।
आज फिर सुभद्रा कुमारी चौहान की यह पंक्तियां आपको याद दिला दूँ:
अँग्रेज़ों के मित्र सिंधिया
ने छोड़ी रजधानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
ख़ूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसी वाली रानी थी॥
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