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    सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर और लालजी टंडन बने बिहार के राज्यपाल

    राष्ट्रपति ने बड़ा फेरबदल करते हुए सात राज्यों के राज्यपाल बदल दिए हैं। इनमें जम्मू कश्मीर और बिहार के अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, सिक्किम, मेघालय और त्रिपुरा शामिल हैं।

    By Vikas JangraEdited By: Updated: Wed, 22 Aug 2018 07:19 AM (IST)
    सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर और लालजी टंडन बने बिहार के राज्यपाल

    नई दिल्ली [जेएनएन]।राष्ट्रपति ने बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए हैं। इनमें जम्मू कश्मीर और बिहार के अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, सिक्किम, मेघालय और त्रिपुरा शामिल हैं। बिहार के मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया है। सत्यपाल मलिक की जगह अब उत्तरप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन बिहार के राज्यपाल होंगे। 

    चार राज्यपालों के राज्य बदलने के साथ ही तीन नए राज्यपाल को नियुक्त किया गया है। नए नियुक्त राज्यपालों में उत्तरप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन, सत्यदेव नारायण राव और बेबी रानी मौर्य शामिल हैं। बेबी रानी मौर्य को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया। उत्तर प्रदेश की रहने वाली मौर्य भी भाजपा नेता हैं और महिला आयोग से जुड़ी हुई हैं।

    उत्तराखंड में केके पाल का कार्यकाल समाप्त हो गया था। सत्यदेव नारायण आर्य को हरियाणा का नया राज्यपाल बनाया गया है। हरियाणा के मौजूदा राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी को त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया है और वहां के मौजूदा राज्यपाल तथागत राय को मेघालय भेज दिया गया है। जबकि मेघालय के मौजूदा राज्यपाल गंगा प्रसाद को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है। 

    जम्मू को साढ़े तीन दशक बाद राजनीतिक राज्यपाल
    गौरतलब है कि लगभग साढ़े तीन दशक बाद जम्मू-कश्मीर को राजनीतिज्ञ राज्यपाल मिला है। 1984 में जगमोहन के राज्यपाल बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में कभी किसी राजनीतिज्ञ को राज्यपाल नियुक्त नहीं किया गया। आतंकवाद से ग्रसित और कानून-व्यवस्था की समस्या से जूझ रहे राज्य में सेवानिवृत नौकरशाहों और सैन्य अधिकारियों को राज्यपाल नियुक्त किया जाता रहा है।
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    सत्यपाल मलिक (फाइल फोटो)
    31 अगस्त को 10 साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे एनएन वोहरा खुद पूर्व नौकरशाह हैं। साढ़े तीन दशक बाद राजनीतिज्ञ को राज्यपाल नियुक्त कर केंद्र सरकार ने राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया को तेज करने का संकेत दिया है। लालकिले से स्वतंत्रता दिवस के भाषण में प्रधानमंत्री ने जल्द ही जम्मू-कश्मीर में पंचायतों और स्थानीय निकायों का चुनाव करने का ऐलान किया था। इससे निचले स्तर पर आम जनता को राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलेगा।

    केंद्र की ओर से नियुक्त वार्ताकार पूर्व आइबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा पहले से राज्य में सभी वर्गो से संपर्क कर बातचीत का सिलसिला शुरू कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि सत्यपाल मलिक आतंकवाद और अलगाववाद से त्रस्त आम लोगों की आवाज को तवज्जो देंगे।
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    यह मेरे लिए अटल जी का आशीर्वाद : टंडन
    बिहार के मनोनीत राज्यपाल लालजी टंडन ने अपने मनोनयन की घोषणा के बाद मंगलवार की शाम कहा कि ये पद उनके लिए अटल जी का आशीर्वाद स्वरूप है। वे अगर आज जिंदा होते तो जरूर मेरे आवास पर आकर मेरे कंधे पर हाथ रख कर बधाई देते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसको हरसंभव तरीके से निभाउंगा। बिहार में सुशासन के लिए चल रहे अभियान में नीतीश कुमार सरकार को पूरा सहयोग करूंगा। घोषणा के बाद टंडन के त्रिलोकनाथ रोड स्थित सरकारी आवास पर लोगों का जुटना शुरू हो गया। शाम करीब 8:00 बजे तक अनेक लोग जमा हो गए।

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    सीएम योगी ने की 25 मिनट मुलाकात
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके आवास पहुंच कर करीब 25 मिनट तक वार्ता की। इस दौरान उनके साथ में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद रहे। मुलाकात के बाद सीएम योगी ने कहा कि लालजी टंडन भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। उनको सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है। हम पीएम के आभारी हैं, उन्होंने टंडनजी को चुना है। टंडन जी अटल जी के विश्र्वसनीय सहयोगी रहे।

    नीतीश ने फोन पर दी बधाई
    बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने लाल जी टंडन को फोन कर के बधाई दी। दोनों नेताओं के बीच करीब चार मिनट तक फोन पर बातचीत हुई। टंडन ने उनसे कहा कि हर तरह का सहयोग वे राज्य सरकार को देंगे।