Kerala Budget : 20 हजार करोड़ के दूसरे कोविड पैकेज की घोषणा, मुफ्त टीकाकरण के लिए भी प्रावधान
इस बार वित्त मंत्री बालगोपाल द्वारा अपना पहला बजट पेश करने से कोविड राहत उपायों को गति मिलने की उम्मीद है। एलडीएफ ने अपने घोषणा पत्र में विभिन्न क्षेत्रों में नई परियोजनाओं सहित 900 वादों को सूचीबद्ध किया था।
तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। केरल में नई एलडीएफ सरकार का पहला बजट शुक्रवार को वित्त मंत्री केएन बालगोपाल पेश कर रहे हैं। संशोधित बजट तत्कालीन वित्त मंत्री थॉमस इसाक द्वारा पेश किए गए पिछले बजट का विस्तार होगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनरइ विजयन ने स्पष्ट कर दिया था कि नए बजट में कुछ अतिरिक्त के अलावा पिछले बजट से बड़े बदलाव नहीं होंगे।
वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि महामारी की शुरूआत में 20 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई थी। अब कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 20 हजार करोड़ रुपये के एक और पैकेज की घोषणा की जा रही है ताकि स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटा जा सके।
In the early days of pandemic, a package of Rs 20,000 cr was announced. In wake of 2nd wave, 2nd COVID package of Rs 20,000 cr is being announced to address emerging health, social & economic challenges: Kerala Finance Minister KN Balagopal during Budget announcement in Assembly pic.twitter.com/MPeeseaRU2— ANI (@ANI) June 4, 2021
वित्तीय पैकेज के अलावा, उन्होंने 18 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों के निशुल्क वैक्सीनेशन के लिए एक हजार करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि निशुल्क टीकाकरण के लिए आवश्यक उपकरण और सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
Rs 1000 cr set apart to purchase vaccines for those aged above 18 yrs, Rs 500 cr to procure allied equipment, Rs 50 cr for special isolation blocks for infectious diseases in medical colleges & 10-bed isolation ward in hospitals & special pediatric ICUs: Kerala Finance Minister pic.twitter.com/2p4BOhwV8u— ANI (@ANI) June 4, 2021
एलडीएफ ने अपने घोषणा पत्र में विभिन्न क्षेत्रों में नई परियोजनाओं सहित 900 वादों को सूचीबद्ध किया था। नए फिनमिन के बजट भाषण में मौजूदा परियोजनाओं के आवंटन और इनमें से कुछ नई परियोजनाओं को शामिल करने की भी उम्मीद है।
कोरोना की दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन के कारण हो रही समस्याओं के बीच उम्मीद है कि सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन आवंटन बढ़ा सकती है।