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    कर्नाटक में 'ब्रेकफास्ट पर चर्चा' का नया दौर, अब डीके शिवकुमार से मिलने जाएंगे सिद्दरमैया; क्या हैं मायने?

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 06:29 PM (IST)

    कर्नाटक में राजनीतिक तनाव को कम करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच बैठकों का दौर जारी है। सिद्दरमैया, शिवकुमार के घर नाश्ते पर जाएंगे, जिसे एकता दिखाने का प्रयास माना जा रहा है। यह मुलाकात कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर हो रही है, ताकि दोनों नेताओं के बीच तनाव कम हो और पार्टी में शांति बनी रहे। नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच यह कदम महत्वपूर्ण है।

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    अब डीके शिवकुमार से मिलने जाएंगे सिद्दरमैया (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक की सियासत में चल रही आंतरिक खींचतान को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की मुलाकातों का दौर जारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सिद्दरमैया 2 दिसंबर को शिवकुमार के घर नाश्ते पर जाएंगे। इसे दोनों नेताओं के बीच एकता दिखाने की कोशिश मानी जा रही है।

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    यह बैठक उस मुलाकात के बाद हो रही है जब शनिवार को शिवकुमार सिद्दरमैया के घर नाश्ते पर गए थे। यह मुलाकात कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर हुई थी। उसके बाद दोनों नेताओं ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि“अब किसी तरह का भ्रम नहीं है।

    सिद्दरमैया के बयान से असमंजस

    सोमवार को सिद्दरमैया ने इस मुलाकात को लेकर थोड़ा असमंजस पैदा कर दिया। जब उनसे पूछा गया कि वे मंगलवार को शिवकुमार के घर जाएंगे या नहीं, तो उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे मंगलवार को आने को कहा था और चले गए। अभी तक कोई कॉल नहीं आया। शायद बुलाएंगे। अगर बुलाया गया तो मैं जाऊंगा।" दोनों नेता बार-बार कह रहे हैं कि वे पार्टी हाईकमान के फैसले का पालन करेंगे।

    इस कदम को हाईकमान की कोशिश माना जा रहा है कि दोनों नेताओं में तनाव कम हो और संदेश दिया जाए कि फिलहाल नेतृत्व सिद्दरमैया के पास ही रहेगा। 8 दिसंबर से विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में पार्टी माहौल शांत रखना चाहती है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, "जैसा कि सीएम ने शनिवार को बताया था, वे कल नाश्ते के लिए शिवकुमार के घर जाएंगे।"

    क्यों हो रही थी खींचतान?

    हाल ही में कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चर्चा तेज हो गई थी। सरकार ने 20 नवंबर को अपने कार्यकाल का आधा हिस्सा पूरा किया, जिसके बाद शीर्ष पद पर बदलाव की अटकलें शुरू हुईं। इन अटकलों को 2023 में कथित पावर-शेयरिंग फॉर्मूले की चर्चा ने और बढ़ाया, जिसमें सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच बारी-बारी से सत्ता साझा करने की बात कही गई थी।

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