Monsoon Session 2022: पिछले पांच सालों में ड्यूटी के दौरान अर्धसैनिक और असम राइफल के कितने जवान हुए बलिदान, सरकार ने संसद में दी जानकारी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि 307 सैनिकों में से 180 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) 49 सीमा सुरक्षा बल (BSF) 37 भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) सात-सात सशस्त्र सीमा बल (SSB) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा फोर्स (CISF) में तैनात थे। 27 असम राइफल्स में थे।

नई दिल्ली, एजेंसियां। पिछले पांच सालों में कितने केंद्रीय सशस्त्र बल (CAPF) और असम राइफल्स के जवान ड्यूटी के दौरान बलिदान हुए हैं। इसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में दी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा को बताया कि पिछले पांच सालों में कुल 307 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स (AR) के जवान ने राष्ट्र के लिए बलिदान हुए।
नित्यानंद राय ने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसद केआरएन राजेशकुमार के एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि 2021 में 307 कर्मियों में से 27 बलिदान हुए। 2020 में 39 जवान, 2019 में 90 जवान, 2018 में 75 जवान और 2018 में 76 जवान ड्यूटी के दौरान बलिदान हुए।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 307 सैनिकों में से 180 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), 49 सीमा सुरक्षा बल (BSF), 37 भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सात-सात सशस्त्र सीमा बल (SSB) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा फोर्स (CISF) में तैनात थे। 27 असम राइफल्स में थे।
अनुग्रह राशि बढ़ाई गई
ड्यूटी पर शहीद हुए सीएपीएफ और असम राइफल्स के जवानों के परिजनों को दिए जाने वाले लाभों के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्रीय अनुग्रह राशि एक जनवरी 2016 से 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 35 लाख रुपये कर दी गई है। ड्यूटी पर बलिदान होने पर 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये की गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय सिविल सेवा (असाधारण पेंशन) नियम, 1939 के तहत बलिदान हुए जवानों के परिजान लाभों के उदारीकृत परिवार पेंशन पाने के हकदार हैं।
इसके साथ ही मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति उपदान (DCRG), अवकाश नकदीकरण, केंद्र सरकार कर्मचारी समूह बीमा योजना (CGEGIS), सामान्य भविष्य निधि (GPF) जैसे सभी सेवा लाभ स्वीकार्य हैं।
प्रत्येक बल ने अपने कर्मियों के लिए बल-स्तरीय कल्याणकारी योजनाएं स्थापित की हैं जैसे कि परोपकारी निधि, वित्तीय सहायता और बच्चों को शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, बेटी और बहन की शादी के लिए वित्तीय सहायता आदि शामिल हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।