VIDEO: DMK पार्षद ने दलित अधिकारी से पैरों में गिरकर मांगवाई मांफी, BJP बोली- यह पहली बार नहीं...
तमिलनाडु में एक डीएमके पार्षद का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक दलित नगरपालिका अधिकारी पार्षद राम्या के सामने दंडवत करते दिख रहे हैं। अधिकारी ने अपमान का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बीजेपी चीफ अन्नामलाई ने डीएमके पर सामाजिक अन्याय का आरोप लगाया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु में डीएमके पार्षद के एक वीडियो पर सियासी विवाद खड़ा हो गया है। विल्लुपुरम जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक दलित नगरपालिका अधिकारी डीएमके पार्षद के सामने दंडवत करते हुए दिखाई दे रहा है। अधिकारी ने अपमान का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति, जिसकी पहचान मुनियप्पन के रूप में हुई है, एक महिला पार्षद, राम्या, के पैरों पर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि यह बातचीत के दौरान हो रहा था। वीडियो में, राम्या को कुछ अन्य लोगों के साथ बैठे हुए, आपत्ति जताते हुए और नहीं कहते हुए सुना जा सकता है। जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
डीएमके पार्षद ने घुटने टेकने पर मजबूर किया- पीड़ित अधिकारी
पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मुनियप्पन ने एक लिखित बयान में दावा किया गया था कि वह स्वेच्छा से पार्षद के पैरों पर गिरे थे। हालांकि, अपनी नई शिकायत में, उन्होंने आरोप लगाया है कि डीएमके पार्षद ने उन्हें अपने सामने घुटने टेकने के लिए कहा था, जिसके कारण उन्हें पुलिस से संपर्क करना पड़ा।
एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज
उनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, तमिलनाडु पुलिस ने राम्या और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
This is DMK’s model of Social Justice.
A public servant belonging to the Scheduled Caste community in Tindivanam was cornered continuously by DMK Councillors and was made to apologise by falling at the feet of the DMK Councillor Ramya. This is not the first time DMK has… pic.twitter.com/XrjNvtPvAN
— K.Annamalai (@annamalai_k) September 3, 2025
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम सीसीटीवी फुटेज समेत सभी सबूतों की तलाश कर रहे हैं। हम सभी संबंधित पक्षों से बात कर रहे हैं और जांच जारी है।"
पुलिस के मुताबिक, यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब रम्या ने पहले मुनियप्पन के खिलाफ म्युनिसिपल कमिश्नर से शिकायत की थी।
अन्नामलाई ने डीएमके पर साधा निशाना
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, तमिलनाडु बीजेपी चीफ के अन्नामलाई ने इसे डीएमके का "सामाजिक अन्याय का मॉडल" बताया। उन्होंने कहा कि तिंडीवनम में अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक लोक सेवक को डीएमके पार्षदों ने लगातार घेरा और डीएमके पार्षद राम्या के पैरों में गिरकर माफी मांगने पर मजबूर किया।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब डीएमके ने लोक सेवकों को अपमानित किया हो। यह कोई अकेली घटना नहीं है; इससे पहले भी डीएमके मंत्री थिरु राजा कन्नप्पन ने एक सरकारी कर्मचारी को जातिसूचक गालियां दी थीं। डीएमके जिसे सामाजिक न्याय का नाम देती है, वह वास्तव में सामाजिक अन्याय के अलावा और कुछ नहीं है।
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