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    दिल्ली में इस बार केवल 5 महिला MLA, युवा विधायकों की संख्या भी घटी; पढ़ें 8वीं विधानसभा से जुड़ी पूरी रिपोर्ट

    Updated: Sun, 09 Feb 2025 06:25 PM (IST)

    26 साल बाद भाजपा ने दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। भाजपा को इस बार 70 में से 48 सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटें ही जीत पाई है। दिल्ली की 8वीं विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी कम हो गई है। हालांकि इस बार ग्रेजुएट विधायकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

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    पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च ने जारी की रिपोर्ट (फोटो: जागरण)

    पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली की 8वीं विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी कम हो गई है। हालांकि इस बार ग्रेजुएट विधायकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

    इस रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को घोषित हुए नतीजों में इस बार केवल 5 महिलाओं को जीत मिली है। ये दिल्ली विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या का 7 फीसदी है। इसमें से 4 महिला विधायक भाजपा की हैं। आम आदमी पार्टी की एक महिला विधायक आतिशी बनी हैं।

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    2020 में 8 महिलाएं जीतीं थीं

    बतां दें कि 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में 8 महिलाओं ने जीत दर्ज की थी। 26 साल बाद भाजपा ने दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। भाजपा को इस बार 70 में से 48 सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटें ही जीत पाई है।

    ग्रेजुएट डिग्री वाले विधायकों की संख्या इस बार बढ़कर 38 फीसदी हो गई है। सातवीं विधानसभा में केवल 34 फीसदी विधायक ही ग्रेजुएट थे। वहीं पोस्ट ग्रेजुएट विधायकों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है यह इस बार भी 26 फीसदी ही है।

    61 फीसदी का प्रोफेशन पॉलिटिक्स

    • पीआरएस की रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार विधायक चुने गए सदस्यों में से 61 फीसदी ने पॉलिटिक्स या समाजसेवा को अपना प्रोफेशन बताया है। पिछली विधानसभा में यह 67 फीसदी था।
    • पिछली विधानसभा में बिजनेस को प्रोफेशन बताने वाले केवल 29 फीसदी विधायक थे। लेकिन इस बार आंकड़े में बड़ा इजाफा देखने को मिला है। 8वीं विधानसभा में 49 फीसदी विधायकों ने अपना प्रोफेशन बिजनेस बताया है।

    विधायकों की औसत उम्र 52

    रिपोर्ट में विधायकों की औसत उम्र 52 बताई गई है। इसके मुताबिक 13 फीसदी नये विधायकों की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है। जबकि पिछली बार यह 23 फीसदी थी। 41 से 55 वर्ष वाले विधायकों का आंकड़ा नहीं बदला है।

    इस बार 41 से 55 की उम्र वाले 49 फीसदी विधायक हैं, जबकि 56 से 70 की उम्र वाले 34 फीसदी विधायक हैं। वहीं 4 फीसदी विधायकों की उम्र 70 साल से ज्यादा है। पिछली विधानसभा में 56 साल से अधिक उम्र वाले विधायक 28 फीसदी थे।

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