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नेहरू को बंटवारे का पितामह बताने पर कांग्रेस ने भाजपा को फटकारा

कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा भाजपा ने विज्ञापन दिया। दक्षिणपंथी विचाराधारा हमेशा इतिहास के गलत पक्ष में रही। चूंकि वे इतिहास नहीं लिख सके इसलिए वे इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Sat, 01 Oct 2022 09:35 PM (IST)Updated: Sat, 01 Oct 2022 09:35 PM (IST)
कर्नाटक भाजपा ने स्थानीय अखबारों में विज्ञापन देकर नेहरू बंटवारे का जिम्मेदार बताया

गुंडलुपेट, प्रेट्र। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को भारत के बंटवारे का पितामह बताने पर कांग्रेस ने भाजपा को फटकारा है। भाजपा ने कुछ क्षेत्रीय अखबारों में पहले पेज पर विज्ञापन देकर नेहरू को बंटवारे का पितामह बताया था।राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का कर्नाटक में शनिवार को दूसरा दिन था। प्रदेश भाजपा ने कन्नड़ भाषा के कुछ अखबारों में पहले पर एक विज्ञापन दिया।

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कांग्रेस भाजपा को बताया जिम्मेदार

इसमें कहा गया, 'क्या दादा ने जिस भारत को विभाजित किया, परपोता उसे एकजुट कर सकता है?' विज्ञापन में पाकिस्तान और बांग्लादेश के नक्शे के साथ नेहरू और राहुल गांधी की तस्वीरें भी थीं।इसमें प्रदेश भाजपा ने सवाल भी किया था, 'क्या भारत की एकता उस पार्टी से संभव हो सकती है, जिसने केवल सत्ता में आने के लिए नागरिकों का खूनखराबा करा दिया।'

कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा, 'भाजपा ने विज्ञापन दिया। दक्षिणपंथी विचाराधारा हमेशा इतिहास के गलत पक्ष में रही। चूंकि वे इतिहास नहीं लिख सके, इसलिए वे इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं।

खेड़ा ने लगाया आरोप

'खेड़ा ने आरोप लगाया कि द्विराष्ट्र का सिद्धांत पहली बार हिंदू महासभा ने 1937 में अपने अहमदाबाद सम्मेलन में रखा था, जिसकी अध्यक्षता हिंदुत्व विचारक सावरकर ने की थी। पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने 1942 में मुस्लीम लीग के लाहौर सम्मेलन में इसी सिद्धांत को दोहराया था।

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