वेंकैया नायडू ने इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस को घेरा, बोले- जनता से माफी मांगनी चाहिए; जय प्रकाश नारायण का किया जिक्र
पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि उसे 1975 में लगाए गए आपातकाल के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर उन्हें सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करना चाहिए। नायडू ने अपने संबोधन में जय प्रकाश नारायण का भी जिक्र किया।
पीटीआई, हैदराबाद। पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल को 'क्रूर उपाय' बताते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक घटना के लिए कांग्रेस को जनता से माफी मांगनी चाहिए।
इस दौरान नागरिक स्वतंत्रताओं का उल्लंघन हुआ था।आपातकाल के समय आंध्र विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई कर रहे थे और छात्र संघ के नेता रहे वेंकैया नायडू ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने उस समय सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए लगभग डेढ़ साल जेल में बिताया।
कांग्रेस से माफी मांगने को कहा
उन्होंने कहा, 'यह एक क्रूर उपाय था। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए थी। उन्हें इसके लिए पछतावा होना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने कभी भी जनता से माफी नहीं मांगी। अब आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर उन्हें सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करना चाहिए।'
नायडू ने कहा, 'तब सभी नागरिक स्वतंत्रताएं छीन ली गई थीं। विरोध का अधिकार छीन लिया गया था। आपातकाल के दौरान हर समाचार पत्र पर सेंसरशिप लगाई गई थी और प्रेस काउंसिल अधिनियम में भी संशोधन किया गया था।'
छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जयप्रकाश नारायण को छात्रों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया था। इसके लिए उन्हें मीसा (आंतरिक सुरक्षा अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया था। आपातकाल 25 जून, 1975 को घोषित किया गया था और इसे 21 मार्च, 1977 को समाप्त किया गया।
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