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    Congress Presidential Election: खड़गे की जीत लगभग तय, थरूर को कई राज्यों में पोलिंग एजेंट तक नहीं मिले

    22 साल बाद सोमवार को कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष को चुनने के लिए मतदान हुआ। बताया जाता है कि राजस्थान पंजाब हरियाणा सहित कई प्रमुख राज्यों में शशि थरूर को पोलिंग एजेंट तक नहीं मिले। पढ़ें यह र‍िपोर्ट...

    By Jagran NewsEdited By: Krishna Bihari SinghUpdated: Mon, 17 Oct 2022 10:31 PM (IST)
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    मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर की राजनीतिक किस्मत मतपेटियों में बंद हो गई है।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा। 22 वर्ष बाद पार्टी अध्यक्ष को चुनने के लिए मतदान हुआ। इस पद के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में हैं। दोनों की राजनीतिक किस्मत मतपेटियों में बंद हो गई है। हालांकि, मतदान के दौरान देश भर से जिस तरह का रुझान व समर्थन देखने को मिला है उससे खड़गे की जीत लगभग तय नजर आ रही है। खबरों के अनुसार थरूर को राजस्थान, पंजाब, हरियाणा सहित कई प्रमुख राज्यों में पो¨लग एजेंट तक नहीं मिले।

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    बुधवार को होगी मतगणना

    मतगणना बुधवार को होगी और उसी दिन परिणाम भी आ जाएंगे। कांग्रेस की मौजूदा अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी वाड्रा और पी. चिदंबरम समेत प्रमुख नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में मतदान किया। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बीच ही बेल्लारी में अपना वोट डाला। पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान केंद्र बनाए गए थे।

    96 प्रतिशत से ज्यादा मतदान

    भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नेताओं के भी एक बूथ बनाया गया था। कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि 96 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है। इनमें एआइसीसी, दिल्ली व भारत जोड़ो यात्रा में बनाए गए मतदान केंद्र सहित छोटे राज्यों में शत- प्रतिशत वो¨टग हुई है। अध्यक्ष पद के इस चुनाव में वैसे तो देशभर में कुल 9,915 डेलीगेट्स को वोट करना था, लेकिन इनमें से लगभग 9,500 डेलीगेट्स ने ही मतदान किया है।

    अब तक कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं

    सोमवार सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक वोट डाले गए। कांग्रेस मुख्यालय में मतदान के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि इस दिन का इंतजार लंबे वक्त से था। मिस्त्री ने कहा कि अब तक कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है।

    थरूर बोले- यह पसंद नापसंद का मामला 

    थरूर को कई राज्यों में एजेंट नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि वह कैसे यह सुनिश्चित कर सकते हैं। यह तो प्रत्याशी की पसंद या नापसंद का मामला है। एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्यों से सीलबंद बैलेट बाक्स के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। मतों की गिनती 19 अक्टूबर को सुबह 10 बजे शुरू होगी।

    इससे पहले वर्ष 2000 में हुआ था चुनाव

    कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को उन्होंने पार्टी के भीतर लोकतंत्र का एक बड़ा उदाहरण बताया। साथ ही किसी पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि दूसरी पार्टियां चाहें तो इससे प्रेरणा ले सकती हैं। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव इससे पहले 2000 में हुआ था। उसमें सोनिया गांधी के सामने जीतेंद्र प्रसाद मुकाबले में थे, जिन्हें हार का सामना करना पड़ा था।  

    वोटिंग से पहले खड़गे और थरूर ने की बात, एक-दूसरे को दी शुभकामना 

    खड़गे और थरूर ने अपने-अपने गृह राज्यों में मतदान किया। मतदान शुरू होने से पहले थरूर ने खड़गे को फोन कर शुभकामना दी। खड़गे ने भी थरूर को शुभकामना दी। साथ ही कहा कि यह हमारा आंतरिक चुनाव है जो भी जीतेगा वह पार्टी का ही सदस्य होगा। थरूर ने मतदान खत्म होने के बाद कई ट्वीट किए और समर्थन देने वाले देश भर के कार्यकर्ताओं और प्रशंसकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, 'कुछ लड़ाइयां हम इसलिए भी लड़ते हैं, ताकि इतिहास याद रखे कि वर्तमान मूक न था।' 

    किस राज्य से किसे मिले कितने वोट नहीं चल सकेगा पता

    कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में किस प्रत्याशी को किस राज्य से कितने वोट मिले यह पता नहीं चल सकेगा। मतों की गिनती की जो व्यवस्था की गई है, उनमें राज्यवार वोटों की गिनती नहीं होगी। मिस्त्री ने कहा कि हर बाक्स से बैलेट बाहर निकालने के बाद पूरे मतों को मिला दिया जाएगा। इस तरह मतों की गिनती से पहले बैलेट की 36 बार मि¨क्सग की जाएगी।  

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