Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    EC के बार-बार बुलावे के बाद भी चर्चा के लिए नहीं पहुंची कांग्रेस, चुनाव सुधार के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने साधी चुप्पी

    चुनाव आयोग द्वारा चुनाव सुधारों पर राजनीतिक दलों के साथ संवाद में कांग्रेस की अनुपस्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। आयोग ने कांग्रेस को कई बार बैठक के लिए बुलाया लेकिन पार्टी ने कोई जवाब नहीं दिया। जबकि बसपा भाजपा सीपीआइ (एम) एनपीपी और आप सहित अन्य मान्यता प्राप्त दलों ने बैठक में भाग लिया और अपने सुझाव दिए। आयोग क्षेत्रीय दलों के साथ भी चर्चा कर रहा है।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 25 Aug 2025 09:00 PM (IST)
    Hero Image
    सभी दल आए लेकिन बार-बार बुलावे के बाद भी कांग्रेस चर्चा के लिए नहीं पहुंची चुनाव आयोग।(फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी गड़बड़ियों को लेकर एक ओर कांग्रेस पार्टी लगातार सवाल खड़े कर रही है और देश में अभियान की शुरूआत की है, वहीं चुनाव सुधार को लेकर राजनीतिक दलों के साथ संवाद को लेकर कांग्रेस चुप है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चुनाव आयोग की ओर से शुरू की गई नई पहल में वह बार-बार बुलावे के बाद भी शामिल नहीं हो रही है। न ही बैठक की कोई अगली तारीख ही बता रही है।

    यह स्थिति तब है जब आयोग के बुलावे पर अब तब छह राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दलों में से पांच दल निर्धारित समय पर पहुंचकर इस संवाद कार्यक्रम में हिस्सा ले चुके है और अपने सुझाव भी दे चुके है।

    इसमें इन दलों के शीर्ष नेता पहुंचे है। जबकि 23 अन्य मान्यता दल के नेता भी चुनाव आयोग को अपनी बात बता चुके हैं।

    सभी दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने लिया था हिस्सा 

    आयोग के मुताबिक जिन पांचों मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के साथ बैठक हुई है, उनमें बसपा, भाजपा, सीपीआइ (एम), एनपीपी व आप शामिल है। सभी दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने हिस्सा लिया था। भाजपा से जेपी नड्डा पहुंचे तो बसपा से खुद मायावती, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजलीवाल गए थे।

    आयोग ने कांग्रेस पार्टी को भी 15 मई को बैठक का न्योता भेजा गया था, जिसे पहले पार्टी ने ऑपरेशन सिंदूर हवाला देते हुए टालने का अनुरोध किया।

    साथ ही जल्द बैठक के लिए नई तारीख बताते की बात कहीं थी। कुछ दिनों के बाद भी जब कोई जवाब नहीं आया तो आयोग ने उन्हें याद दिलाते हुए बैठक की तारीख बताने के लिए कहा गया है। इसके बाद तो उन्हें कई बार बैठक की तारीख बताने के लिए पूछा गया, लेकिन अब तक न तो कोई बैठक के लिए आया न ही तारीख ही बताई गई।

    आयोग ने इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को भी बुलावा भेजा था। राज्यों के 23 क्षेत्रीय मान्यता प्राप्त दलों के साथ भी चर्चा कर चुकी है। इनमें तृणमूल कांग्रेस, सपा, एनसीपी, डीएमके, एआइडीएमके, शिवसेना व बीजेडी आदि प्रमुख दल शामिल है।

    उसका राजनीतिक दलों के साथ संवाद का यह क्रम जारी है। आयोग ने इस तरह की बैठकों की शुरूआत विधानसभा स्तर पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करके शुरू की। इस बीच जिला, राज्य स्तर पर भी बैठक की। पिछले छह महीनों में 4719 बैठकें की है। 

    यह भी पढ़ें- Voter Adhikar Yatra: तेजस्वी को CM बनाने के सवाल को टाल गए राहुल, चिराग की शादी की बात आई तो कही ये बात