'पितृसत्तात्मक, महिला विरोधी मानसिकता...', रोहिणी के आरोपों के बाद भाजपा ने लालू परिवार पर कसा तंज
रोहिणी आचार्य के आरोपों के बाद भाजपा ने लालू परिवार पर हमला बोला है। भाजपा ने लालू परिवार पर पितृसत्तात्मक और महिला विरोधी होने का आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि लालू परिवार महिलाओं को सिर्फ वोट बैंक समझता है और उन्हें सम्मान नहीं देता। भाजपा ने लालू परिवार से इस मामले पर सफाई मांगी है।

लालू यादव, रोहिणी यादव। (पीटीआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लाल परिवार में कलह अब खुल कर सड़क पर आ गई है। विधानसभा चुनाव में करारी हार के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद रोहिणी आचार्य ने परिवार के सदस्यों पर परेशान किए जाने के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसा है।
रोहिणी आचार्य के सार्वजनिक आक्रोश के बाद बीजेपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जो लोग अपना परिवार नहीं चला सकते, वे बिहार चलाने का सपना देख रहे हैं।
तेजस्वी यादव की बड़ी बहन रोहिणी आचार्य ने कल शाम यह दावा करते हुए राजनीति छोड़ दी कि राजद नेता संजय यादव और तेजस्वी यादव के करीबी दोस्त रमीज खान ने उन्हें पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
उन्होंने सनसनीखेज आरोप भी लगाए, जिनमें उन पर चप्पल उठाने से लेकर गंदी किडनी के बदले चुनाव टिकट खरीदने का आरोप तक शामिल है। आचार्य ने 2022 में अपने पिता लालू यादव को किडनी दान की थी।
पितृसत्तात्मक, महिला विरोधी और पुरुष-प्रधान मानसिकता- अमित मालवीय
रोहिणी के चप्पल वाले आरोप की ओर इशारा करते हुए, बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने यादव परिवार को "पितृसत्तात्मक, महिला विरोधी और पुरुष-प्रधान मानसिकता" वाला बताया।
उन्होंने लिखा, "रोहिणी आचार्य ने अपनी जान की परवाह किए बिना अपने पिता लालू प्रसाद को अपनी किडनी दान कर दी, ताकि उनका जीवन कुछ समय के लिए बढ़ाया जा सके। लेकिन लालू ने अपनी बेटी रोहिणी के सम्मान से ज्यादा अपने बेटे तेजस्वी को तरजीह दी।
आज रोहिणी आचार्य सार्वजनिक रूप से कह रही हैं कि उन्हें परिवार में चप्पलों से भी पीटा जाता था। यह लालू परिवार की पितृसत्तात्मक, महिला विरोधी और पुरुष प्रधान मानसिकता का असली चेहरा है। उनसे महिलाओं के सम्मान की उम्मीद करना भी अनुचित है।"
जो अराजकता राजद के बाहर थी, वह परिवार के अंदर भी दिख रही- विजय सिन्हा
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी हमला बोलते हुए आश्चर्य जताया कि ऐसे लोग बिहार कैसे चला सकते हैं जब वे एक परिवार को भी एक साथ नहीं रख सकते।
भाजपा नेता ने कहा, "जो अराजकता राजद के बाहर दिख रही थी, वह परिवार के अंदर भी दिखाई दे रही है। ऐसी मानसिकता वाले लोग, जो अपने परिवार को एक साथ नहीं रख सकते, वे बिहार को कैसे चलाएंगे? यह उनका व्यक्तिगत मामला है, इसलिए हम ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन यही मानसिकता उनका भविष्य तय करेगी।"
जो परिवार नहीं चला सके वो बिहार चलाने का सपना देख रहे थे- मनोज तिवारी
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि रोहिणी आचार्य के आरोप 'जंगल राज' के लिए जाने जाने वाले शासन की मानसिकता को दर्शाते हैं।
उन्होंने एएनआई को बताया, "जो लोग बिहार को चलाने का सपना देख रहे थे, वे अपना परिवार भी नहीं चला सके। रोहिणी आचार्य ने कहा कि सवाल पूछने पर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया और पीटा गया; यह कहीं न कहीं उस मानसिकता को दर्शाता है जिसके लिए पूरा शासन जंगल राज के लिए जाना जाता था।"
मैं प्रार्थना करता हूं कि पारिवारिक विवाद जल्द सुलझ जाए- चिराग पासवान
बिहार में भाजपा के प्रमुख सहयोगी केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने यादव परिवार पर निशाना साधने से इनकार करते हुए कहा कि वह सभी यादव परिवार के बच्चों, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को अपने भाई-बहन मानते हैं।
उन्होंने कहा, "मैं भी इससे गुजर चुका हूं। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मैंने हमेशा लालू जी के परिवार को अपना माना है। चाहे तेजस्वी, तेज, मीसा या रोहिणी हों, मैंने उन्हें अपना भाई-बहन माना है। इसलिए, मैं प्रार्थना करता हूं कि यह पारिवारिक विवाद जल्द से जल्द सुलझ जाए।"

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।