India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद बोले- 'भारत का आंतरिक मामला है CAA'
India-Bangladesh Relations बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने भारत-बांग्लादेश के संबंधों पर खुलकर बातचीत की। साथ ही उन्होंने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लेकर भी अहम टिप्पणी की। उन्होंने CAA को भारत का आंतरिक मामला बताया।

नई दिल्ली, एजेंसी। नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को लेकर बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि CAA भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में मीडिया से बातचीत के दौरान ये बयान दिया।
भारत का आंतरिक मामला है CAA
बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने कहा कि सीएए भारत का आंतरिक मामला है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। यह कानूनी मामला है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। उनका ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब भारत की सुप्रीम कोर्ट सीएए को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 6 दिसंबर को सुनवाई करेगा।
#WATCH | Citizenship (Amendment) Act (CAA) is India's internal matter and an appeal has been submitted to the Supreme Court. This is a legal matter. I have no comments: Bangladesh Information and Broadcasting Minister Hasan Mahmud (01.11) pic.twitter.com/bGNNl9lwvv
— ANI (@ANI) November 1, 2022
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर दिया जोर
बांग्लादेश के मंत्री ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने जोर दिया। मंत्री ने कहा कि पिछले सितंबर में मैं इस प्रेस क्लब में बंगबंधु मीडिया सेंटर का उद्घाटन करने आया था। यह प्रेस क्लब ऑफ इंडिया द्वारा की गई एक भव्य पहल थी और यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात थी। यह एक ऐतिहासिक प्रेस क्लब है।
मंत्री ने 1971 से जुड़ी यादों को किया साझा
मंत्री ने 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में भारत की भूमिका के लिए भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैंने 1971 से जुड़ी यादों को यहां आकर साझा किया था। 1971 युद्ध के दौरान भारत में 10 मिलियन लोगों को शरण दी गई थी। मंत्री ने कहा कि भारत ने न केवल अपनी सीमाएं खोली बल्कि कई भारतीयों ने बांग्लादेश के शरणार्थियों को उनके घरों में शरण दिया।
हमारा रिश्ता खून से जुड़ा हुआ है- हसन महमूद
मंत्री हसन महमूद ने कहा कि भारतीय सेना ने हमारे साथ लड़ाई लड़ी। हमारा रिश्ता खून से जुड़ा है और वह कभी अलग नहीं हो सकता। हसीना और मोदी ने इन रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। जलवायु परिवर्तन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश भी इसके पीड़ितों में से एक है और भारत भी इसका शिकार है।
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