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    'बाप-बेटी को छोड़कर हमारे साथ आ जाओ', अजीत गुट पर लगा सांसदों को तोड़ने का आरोप; शरद पवार ने बुलाई बड़ी बैठक

    Updated: Wed, 08 Jan 2025 08:21 PM (IST)

    अजीत पवार गुट पर शरद पवार गुट के सांसदों को तोड़ने की कोशिश का आरोप लगा है। हालांकि एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष ने इन आरोपों को सिरे से खारिज ...और पढ़ें

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    Maharashtra Politics: अजीत और शरद पवार। ( फाइल फोटो )

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर राकांपा (शरदचंद्र पवार) के सांसदों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया जा रहा है। मगर अजीत गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे हार के बाद सुर्खियों में बने रहने का एक प्रयास बताया है।

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    राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विधायक जीतेंद्र आह्वाड ने आरोप लगाया है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे ने शरद पवार गुट के सांसदों को प्रस्ताव दिया है कि वे बाप-बेटी (शरद पवार और सुप्रिया सुले) को छोड़कर अजीत पवार के साथ आ जाएं।

    संजय राउत ने भी किया बड़ा दावा

    शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने भी पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि शरद पवार गुट में तोड़फोड़ का जिम्मा प्रफुल पटेल एवं सुनील तटकरे को सौंपा गया है। राउत का दावा है कि अजीत पवार गुट को केंद्र सरकार में मंत्रीपद पाने के लिए शरद पवार गुट में तोड़फोड़ करना जरूरी है, क्योंकि ऐसा किए बिना उन्हें केंद्र में कोई मंत्रीपद नहीं मिलेगा।

    शरद गुट के पास आठ सांसद

    बता दें कि लोकसभा चुनाव में अजीत पवार की राकांपा सिर्फ एक लोकसभा सीट जीत सकी थी। जबकि शरद पवार की राकांपा (शरदचंद्र पवार) 10 सीटों पर लड़कर आठ जीती है। मगर विधानसभा चुनाव में समीकरण पूरी तरह उलट गए। इस बार शरद पवार के सिर्फ 10 विधायक चुनकर आए और अजीत पवार के 41 विधायक चुने गए हैं।

    तटकरे ने आरोपों को किया खारिज

    विधानसभा चुनाव में अजीत पवार को अच्छी सफलता मिलने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शरद गुट के विधायक और सांसद टूट कर अजीत पवार के साथ जा सकते हैं। अब जीतेंद्र आह्वाड द्वारा लगाया गया आरोप भी इसी की पुष्टि करता है। मगर अजीत गुट के प्रदेश अध्यक्ष एवं पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे ने आह्वाड के दावे को खारिज कर दिया।

    किसी सांसद से इस संबंध में बात नहीं हुई

    तटकरे ने कहा कि शरद पवार गुट के किसी सांसद से मेरी इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है। संसद में जब उनके गुट का कोई सांसद मिलता है तो हम सामान्य शिष्टाचार के तहत ही बातचीत करते हैं। तटकरे ने जीतेंद्र आह्वाड का नाम लिए बगैर कहा कि विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद खबरों में बने रहने के लिए लोग इस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं।

    मां बोलीं- शरद और अजीत को एक साथ देखना चाहती हूं

    दूसरी ओर पवार परिवार के पुनः एक होने को लेकर भी कयास थम नहीं रहे हैं। एक जनवरी को अजीत पवार की मां आशाताई पवार ने पंढरपुर में भगवान विट्ठल के दर्शन करने के बाद पत्रकारों के पूछे जाने पर कहा था कि वह शरद पवार और अजीत पवार को पुनः एक साथ देखना चाहती हैं। उनके यह इच्छा व्यक्त किए जाने के बाद अजीत पवार या शरद पवार परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है।

    शरद गुट ने बुलाई बड़ी बैठक

    विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार गुरुवार और शुक्रवार को मुंबई में राकांपा (शरदचंद्र पवार) गुट की एक महत्त्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा चुने गए सांसदों-विधायकों एवं दोनों चुनावों में हारे प्रत्याशियों को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।

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