क्या अमेरिका में हो जाएगा कनाडा का विलय? ट्रंप की रणनीति के पीछे ये हैं 6 बड़े कारण; भारत पर क्या पड़ेगा असर
डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात कर रहे हैं। हालांकि अब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह मुमकिन नहीं है। ट्रंप कनाडा को अमेरिका में क्यों मिलाना चाहते हैं क्या कनाडा का अमेरिका में विलय होना मुमकिन है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब यहां एक्सपर्ट से जानिए...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद कनाडा को अमेरिकी राज्य बनाने की बात कही। अब उन्होंने न सिर्फ इस बात को दोहराया है, बल्कि अमेरिका मैप की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, जिसमें कनाडा को अमेरिका का हिस्सा दिखाया गया है।
इस मामले पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अब तक चुप्पी साधे हुए थे, लेकिन बुधवार को उन्होंने ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मुमकिन नहीं है, कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेगा।
अक्सर विवादित और अप्रत्याशित बयान देने वाले डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात बेशक एक काल्पनिक बयान हो सकता है, लेकिन इस पर गंभीर विचार-विमर्श जरूरी है।
ट्रंप कनाडा को अमेरिका में क्यों मिलाना चाहते हैं? क्या कनाडा का अमेरिका में विलय होना मुमकिन है? क्या कनाडा और अमेरिका के बीच तनातनी का भारत पर कोई असर पड़ेगा? अगर कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन जाता है तो भारतीयों के लिए क्या बदल जाएगा? ऐसे ही कई सवालों के जवाब यहां एक्सपर्ट से जानिए...
ट्रंप कनाडा को अमेरिका में मिलाना क्यों चाहते हैं?
ट्रंप के कनाडा को अमेरिका में मिलाने की संभावित वजह ये हो सकती हैं...
आर्थिक लाभ
- कनाडा के पास तेल, गैस और लकड़ी समेत कई प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है। कनाडा अगर अमेरिकी राज्य बनेगा तो इन संसाधनों पर अमेरिका को सीधा कंट्रोल मिल जाएगा।
- -दोनों देशों के व्यापार और टैक्स सिस्टम एक हो जाएगा तो व्यापार आसान होगा और टैक्स से राहत मिलेगी। इससे अमेरिका अपने आर्थिक प्रभाव को बढ़ा सकेगा।
राजनीतिक लाभ
- ट्रंप अमेरिका फर्स्ट और अमेरिका को महान बनाओ (Make America Great Again) का नारा देकर दोबारा राष्ट्रपति बन रहे हैं। ऐसे में कनाडा को अमेरिकी राज्य बनाने का विचार उनके समर्थन और शक्ति में इजाफा कर सकता है।
- कनाडा का 51वां राज्य बनाने का विचार ट्रंप को इतिहास में सबसे बड़े 'विस्तारवादी नेता' के रूप में पहचान दिला सकता है।
राजनीतिक दृष्टिकोण
- कनाडा का विशाल भू-भाग और प्राकृतिक संसाधन अमेरिका को वैश्विक स्तर पर मजबूत बना सकता है।
- अमेरिका की आर्कटिक क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। उत्तरी अमेरिका में सैन्य सुरक्षा मजबूत हो सकती है।
सांस्कृतिक समानता
- कनाडा और अमेरिका में संस्कृति, भाषा और जीवनशैली काफी समान है।
ट्रंप किस रणनीति पर कर रहे काम?
नियमों को नकारने की कोशिश
'ट्रंप का कनाडा को अमेरिकी राज्य बनाने का बयान अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की व्यवस्थाओं, समझौतों और मानदंडों को नकारने की कोशिश है, जो अमेरिका की निगरानी करते हैं या उनके नियम अमेरिका पर भी लागू होते हैं। डोनाल्ड ट्रंप जब पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब उन्होंने पांच अंतरराष्ट्रीय समझौतों और संस्थाओं की व्यवस्था से अमेरिका को बाहर निकाला था।' - डॉ. स्वर्ण सिंह, जेएनयू के प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार
दबदबा कायम करने की चाह
डॉ. स्वर्ण सिंह आगे बताते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप जब दूसरी बार बहुमत से राष्ट्रपति चुने गए हैं तो उनको लगता है कि जनता ने उसके फैसलों और विचारधारा पर मुहर लगा दी है। ट्रंप संदेश देना चाहते हैं कि दुनिया में अमेरिका का दबदबा बढ़ गया है।
उनका यह तरीका एकदम सही है, लेकिन ट्रंप भूल रहे हैं कि अब कोई भी देश किसी की संप्रभुता को हड़प नहीं सकता है।
ट्रंप ने अमेरिका को इन संस्थाओं और समझौतों से बाहर निकाला
- पेरिस जलवायु समझौता: ट्रंप का मानना था कि यह अमेरिका में रोजगार कम रहा है और अमेरिकी उद्योगों का खर्च बढ़ा रहा है।
- ईरान परमाणु समझौता : ट्रंप ने इसे सबसे खराब डील करार दिया। अमेरिका को इससे बाहर कर ईरान पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे।
- ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप : ट्रंप ने कहा- TPP डील अमेरिकी नौकरियों को दूसरे देशों में स्थानांतरित कर देगी थी।
- यूनेस्को (UNESCO): इजरायल विरोधी पक्षपात करने का आरोप लगाया। अमेरिका को अलग कर वित्तीय सहायता रोक दी थी।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO): कोविड के दौरान चीन का पक्ष लेने समेत कई आरोप लगाए। US को WHO से बाहर कर फंडिंग भी रोक दी थी।
क्या कनाडा का अमेरिका में विलय मुमकिन है?
डॉ. स्वर्ण सिंह बताते हैं कि कनाडा का अमेरिका में विलय होना संभव नहीं है। कनाडा बेशक अपना 75 फीसदी व्यापार अमेरिका के साथ करता है, लेकिन वो अलग देश है। उसकी अपनी संप्रभुता है। ट्रंप जिस तरह से बयानबाजी कर रहे हैं, अगर ऐसे ही चलता रहा तो अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
कनाडा-अमेरिका की तनातनी का भारत पर क्या असर पड़ेगा?
जेएनयू के प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार डॉ. स्वर्ण सिंह कहते हैं कि ट्रंप के बयानों से दुनिया को संदेश जा रहा है कि अमेरिका किसी भी भी संप्रभुता को निशाना बना सकता है। ट्रंप के इन तौर-तरीके से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका अलग-थलग हो सकता है। ऐसे में भारत जैसी तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं को विश्व में नेतृत्व करने का मौका मिल सकता है।
दूसरी पक्ष, अगर कनाडा और अमेरिका के संबंधों में तनाव बढ़ेगा तो स्वाभाविक है कि इसका असर उनके व्यापारिक संबंधों पर भी बढ़ेगा। फिर कनाडा का अमेरिका में व्यापार करना आसान नहीं रहेगा। ऐसे में कनाडा दूसरे देशों में बाजार तलाशेगा। भारत बहुत बड़ा बाजार है। ऐसे में उम्मीद है कि भारत के साथ कनाडा के रिश्ते अच्छे होंगे।
ट्रंप कब से कनाडा को अमेरिका में मिलाने की बात कह रहे?
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से लगातार कनाडा की संप्रभुता को चुनौती दे रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने कहा- कनाडा के ज्यादातर लोग चाहते हैं कि कनाडा के अमेरिका का 51वां राज्य बन जाए। ऐसा होता है तो कनाडाई लोगों को टैक्स से राहत मिलेगी और सैन्य सुरक्षा मजबूत होगी।
क्रिसमस के बधाई संदेश में वह कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य और ट्रूडो को कनाडा का गर्वनर भी बता चुके हैं। इसके अगले दिन ट्रंप ने लिखा- कनाडा के गवर्नर जस्टिन ट्रूडो के नागरिकों को बहुत ज्यादा टैक्स पे करना पड़ रहा है।
अगर कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन जाता है तो कनाडाई लोगों के लिए टैक्स में 60 प्रतिशत से ज्यादा की कटौती हो सकती है। यहां व्यापार भी दोगुना हो जाएगा और फिर दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा सैन्य सुरक्षा मजबूत होगी।
जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का एलान किया था। इसके बाद ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आप उस कृत्रिम तरीके से खींची गई लकीर से आजादी पा लें और फिर देखिए कि वास्तव में वो दिखती कैसी है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहतर रहेगा। अमेरिका और कनाडा एक होंगे तो यह एक बड़ी बात होगी।
ट्रूडो का ट्रंप को जवाब- ये मुमकिन नहीं
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने डोनाल्ड ट्रंप को जवाब दिया-
ऐसा होना बिल्कुल भी मुमकिन नहीं है कि कनाडा अमेरिका का हिस्सा बनेगा। दोनों देशों के श्रमिक व अन्य समुदाय कनाडा और अमेरिका एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक और सुरक्षा साझेदार होने से लाभान्वित होते हैं। - जस्टिन ट्रूडो, प्रधानमंत्री, कनाडा
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लिबरल और कंजरवेटिव पार्टी ने भी किया विरोध
कनाडा में ट्रूडो की लिबरल पार्टी और विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी ने डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा के अमेरिका के 51वें राज्य बनाने के बयान का विरोध किया। लिबरल पार्टी ने कनाडा और अमेरिका का एक्चुअल मैप साझा करके लिखा- अगर किसी को कोई कन्फ्यूजन हो तो यह उनके लिए, वह चाहे कोई भी हो।
For anyone who may be confused. pic.twitter.com/R0G1efkJUg
— Liberal Party (@liberal_party) January 7, 2025
विपक्षी नेता पिएरे बोले- जब मैं पीएम बनूंगा
कनाडा की प्रमुख विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पिएरे ने भी ट्रंप के बयान का विरोध किया। साथ ही एनडीपी-लिबरल सरकार को भी घेरा।
पिएरे ने लिखा- कनाडा कभी भी अमेरिका का 51वां राज्य नहीं बन पाएगा। कनाडा एक महान और आजाद देश है। हम अमेरिका के सबसे अच्छे दोस्त हैं। 9/11 हमले के बाद हमने अल-कायदा के खिलाफ कार्रवाई करने में अमेरिकियों की मदद के लिए अरबों डॉलर खर्च किए और सैंकड़ों जानें गईं।
हम अमेरिका को बाजार मूल्य से बेहद कम कीमत पर अरबों डॉलर की उच्च गुणवत्ता वाली व पूरी तरह से विश्वसनीय ऊर्जा की आपूर्ति करते हैं। इतना ही नहीं, हम अरबों डॉलर का अमेरिकी सामान खरीदते हैं।'
कंजरवेटिव नेता ने ट्रूडो सरकार पर निशाना साधते हुए कहा-
हमारे देश की एनडीपी-लिबरल सरकार इतनी कमजोर है कि वह यह सब अमेरिका को बताने में विफल रही। मैं कनाडा के लिए लड़ता रहूंगा।
जब मैं देश का प्रधानमंत्री बनूंगा तो दोबारा सेना को खड़ा करूंगा और सीमा को कब्जे में लूंगा ताकि कनाडा और अमेरिका सुरक्षित रहें। हम हमारे आर्कटिक को वापस कंट्रोल में लेंगे ताकि चीन और रूस को बाहर रखा जा सके।
मैं टैक्स में कटौती करूंगा। लालफीताशाही को खत्म किया जाएगा। देश में वेतन व उत्पादन बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो कनाडा को पहले स्थान पर रखा जाएगा (कनाडा फर्स्ट)।
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Source:
जेएनयू के प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार डॉ. स्वर्ण सिंह से बातचीत
डोनाल्ड ट्रंप की सोशल पोस्ट - https://truthsocial.com/@realDonaldTrump
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का ट्वीट - https://x.com/JustinTrudeau/status/1876712025725796712
कंजेरवेटिव पार्टी के नेता पिएरे का ट्वीट - https://x.com/PierrePoilievre/status/1876737709332738534
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