21 महीने बाद मां-पत्नी से जाधव की मुलाकात लेकिन बीच में थी शीशे की दीवार
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में जाधव की उनकी मां और पत्नी से मुलाकात हुई। उनके साथ पाकिस्तान में भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह भी मौजूद रहे।
इस्लामाबाद (एएनआई)। कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी से 21 माह के लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में आज रू-ब-रू हुए लेकिन इनके बीच शीशे की दीवार थी। जाधव से मुलाकात खत्म होने के बाद दोनों इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास पहुंचीं। परिवार से मुलाकात कराने पर जाधव ने पाकिस्तान सरकार को धन्यवाद कहा है।
पूरी मुलाकात की हुई रिकार्डिंग
परिवार के साथ जाधव की मुलाकात के वक्त पाकिस्तान में भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है और इसे पाक सरकार ने रिलीज कर दिया है।। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात 30 मिनट के करीब हुई।
सख्त सुरक्षा व्यवस्था
पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में फांसी की सजा भुगत रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की अपने परिजनों से मुलाकात को देखते हुए वहां विदेश मंत्रालय के पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट से विदेश मंत्रालय तक का ट्रैफिक रोक दिया गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बाहर मीडिया और ओबी वैन का भी जमावड़ा लगा हुआ है।
इतनी थी तैयारी
पाकिस्तान रेंजरों, आतंकवाद विरोधी दस्ते और तेज निशानेबाजों को छत पर ऊपर तैनात किया गया। मीडिया और सुरक्षाकर्मियों के अलावा इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के आसपास कोई भी अन्य ट्रैफिक के आने-जाने की अनुमति नहीं दी गयी। इसके अलावा एयरपोर्ट से विदेश मंत्रालय तक का ट्रैफिक बंद कर दिया गया। पाक मीडिया की ओर से आतंकी हमले की आशंका भी जतायी गयी।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया, ‘पाक विदेश मंत्रालय में 47 वर्षीय कुलभूषण जाधव भारत से आ रही अपनी मां और पत्नी से मिलेंगे जिसे देखते हुए यहां सख्त सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शार्प शूटर्स को तैनात कर दिया गया है।‘
जाधव से परिजनों की मुलाकात के बीच पाकिस्तान के कानून मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के जेल में बंद कुलभूषण जाधव को राजनयिक मदद देने के दावे को भारत ने खारिज कर दिया है। कुलभूषण जाधव को राजनयिक मदद मिलने पर भारतीय सूत्रों का कहना है कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर को जाधव से मिलने दिया जाता है या नहीं। बता दें कि जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात के पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाक के एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राजनयिक मदद देने की बात कही। इससे पहले 6 से अधिक बार पाकिस्तान भारत की ये मांग ठुकरा चुका है।
बता दें कि 21 महीने पहले हुई कूलभूषण जाधव की गिरफ्तारी के बाद परिवार के साथ यह उनकी पहली मुलाकात है। बताया जा रहा है कि जाधव से मुलाकात के बाद उनकी मां और पत्नी आज ही पाकिस्तान से वापस भी लौट आएंगी । पीआईपीएफपीडी इस मामले पर नजर बनाए हुए है और इस बैठक को पाकिस्तान द्वारा उठाया गया सकारात्मक कदम माना जा रहा है। जिससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार आने की उम्मीद जताई जा रही है।
2016 में कुलभूषण जाधव की हुई गिरफ्तारी
मुंबई के रहने वाले पूर्व नौसेना अधिकारी और व्यापारी कुलभूषण जाधव को 3 मार्च, 2016 को गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तानी सैन्य अदालात ने उन्हें जासूसी और आतंकवाद के आरोप में सजा सुनाई है। भारत द्वारा लगातार पाकिस्तान पर दबाव बनाने के बाद पाकिस्तान सरकार ने आखिरकार जाधव को उनके परिवार से मिलने की इजाजत दे दी है।
जाधव पर आरोप बेबुनियाद: भारत
भारत ने जाधव को बेगुनाह बताते हुए कहा है कि जाधव का ईरान से अपहरण कर लिया गया था, जहां वह भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्ति के बाद अपने कारोबार को संभालने के लिए गए थे। इस मसले को भारत ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में भी उठाया है।इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कहा है कि जाधव की जान को तत्काल खतरा नहीं है। उनकी दया याचिका पर निर्णय लिए जाने तक उनको फांसी नहीं दी जाएगी।
यह भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव की पाक से रिहाई को लेकर मुंबई में बाइक रैली निकली