ब्रिटेन के नए कानून से बढ़ेगी नवाज समेत दाऊद जैसे अपराधियों की मुश्किलें
ब्रिटेन के एक नए कानून नवाज शरीफ से लेकर भारत के मोस्ट वांटेड अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। ब्रिटेन को अपने लिए सुरक्षित पनाहगाह बनाने वालों के लिए अब मुश्किलों का दौर शुरू हो गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्रिटेन ने अपने संपत्ति कानून में बदलाव किया है, जिसके बाद यहां पर संपत्ति खरीदने वाले दागी लोगों को जेल भेजने के साथ जुर्माना वूसलने का भी प्रावधान है। ब्रिटेन में इस नए नियम के बाद उन लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी जिन्होंने अपनी काली कमाई से यहां पर संपत्ति खरीदी है। इस कानून के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से लेकर भारत के मोस्ट वांटेड अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम समेत मोहम्मद इकबाल मिर्ची की भी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
पनामा कांड से बढ़ी मुश्किलें
नवाज शरीफ की जहां तक बात है तो आपको बता दें कि उनकी मुश्किलें पनामा कांड से यूं भी बढ़ी हुई हैं। विपक्ष खुलकर यह बात कह रहा है कि ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्ति इसी काली कमाई के जरिए अर्जित की गई है। इतना ही नहीं पनामा कांड में नवाज की जिन फर्जी कंपनियों के जरिए काला धन छिपाने और कमाने की बात कही गई है उसके ही नाम पर नवाज ने यहां पर संपत्ति भी अर्जित की हुई है। नवाज के लिए इनका जवाब देना अब मुश्किल पड़ सकता है। माना जा रहा है कि इससे नवाज के सियासी करियर पर भी बड़ा सवालिया निशान लगना अब लगभग तय है।
फ्रीज कर सकते हैं संपत्ति
ब्रिटेन के नए संपत्ति नियम के तहत अधिकारियों को यह पावर दी गई है कि काली कमाई से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त कर सकते हैं। इतना ही नहीं नए नियमों के तहत ऐसी संपत्ति को खरीदने वाले इंसान को ब्रिटेन से बेदखल तक किया जा सकता है। इस नियम को इसलिए भी लाया गया है जिससे काले धन वालों को ब्रिटेन में आकर उन्हें सुरक्षित पनाहगाह देने से बचा जा सके। इस नए नियम में ऐसे लोगों से जुर्माना वसूलने और जेल में डालने तक का प्रावधान है। यह नया नियम तथ्यों को छिपाकर सरकार को जानकारी देने वालों पर भी लागू होता है। अधिकारी करीब 50000 पाउंड से अधिक की संपत्ति को फ्रीज कर सकते हैं।
एक फरवरी से लागू नया नियम
यह नया नियम एक फरवरी से लागू हो चुका है। इसका मकसद उन रूसी उद्योगपतियों को देश में आने से रोकना था जो गलत तरीके से ब्रिटेन में संपत्ति अर्जित कर चुके हैं या ऐसा करना चाहते हैं। लंदन आधारित एंटी करप्शन ग्रुप के मुताबिक अभी तक सरकार ने इस तरह के करीब 4.4 बिलियन पाउंड की राशि की संपत्तियों की पहचान की है। अभी फिलहाल में पांच मामले सरकार के सामने आए हैं जिनमें नवाज की संपत्तियों का भी मामला शामिल है। यह अवानफील्ड हाउस का है जो नवाज से जुड़ा है। माना जा रहा है कि वह इस तरह के करीब आठ मिलियन पाउंड की संपत्ति के मालिक हैं। इनमें से चार संपत्तियां ब्रिटिश विर्जिन आइसलैंड और नेसकॉल लिमिटेड और नीलसन लिमिटेड से जुड़ी हैं। इनका जिक्र पनामा कांड में सामने आया था। इसकी ही वजह से नवाज को कोर्ट ने अयोग्य करार दिया और उन्हें तीसरी बार भी सत्ता से हाथ धोना पड़ा था।
रूस के डिप्टी पीएम भी मुश्किल में
नवाज के अलावा नए कानून के तहत रूस के डिप्टी पीएम भी मुश्किल में आ सकते हैं। वह भी ब्रिटेन में करीब 11.44 मिलियन पाउंड की राशि की दो संपत्तियां हैं। यह दोनों संपत्तियां लंदन में ही हैं। नए कानून की चपेट में आने वाले महज पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज ही नहीं हैं बल्कि कुछ और भी राजनेता इसकी भेंट चढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि दाऊद के राइट हैंड मिर्ची की भी ब्रिटेन में कई संपत्तियां हैं। उसकी खुद की करीब 11 कंपनियां हैं जिनमें से कुछ कंस्ट्रक्शन की फील्ड से जुड़ी हैं। हालांकि अब उसकी मौत हो चुकी है। जिंदा रहने तक वह दाऊद से किसी भी तरह के लिंक से इंकार करता रहा था। वह 1993 के मुंबई बम धमाकों का भी संदिग्ध आरोपी था।
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