Tokyo Olympics पदक विजेता Lovlina Borgohain ने मुक्केबाज अधिकारी पर लगाया बड़ा आरोप
टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) के कार्यकारी निदेशक और अंतरिम समिति के सदस्य कर्नल अरुण मलिक (सेवानिवृत्त) पर अपमानजनक और लैंगिक भेदभावपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण ने मुझे बहुत आहत और निराश किया है और महिला एथलीटों के रूप में हमें जो सम्मान और गरिमा मिलती है उस पर सवाल उठाया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) के कार्यकारी निदेशक और अंतरिम समिति के सदस्य कर्नल अरुण मलिक (सेवानिवृत्त) पर "अपमानजनक और लैंगिक भेदभावपूर्ण व्यवहार" का आरोप लगाया है।
मौजूदा विश्व मिडिलवेट चैंपियन और खेल रत्न पुरस्कार विजेता ने कहा कि इस प्रकरण ने "मुझे बहुत आहत और निराश किया है, और महिला एथलीटों के रूप में हमें जो सम्मान और गरिमा मिलती है उस पर सवाल उठाया है।"
लवलीना देश का गौरव हैं
दूसरी ओर अरुण मलिक ने सभी आरोपों से इनकार किया। मलिक ने एक बयान में कहा, "लवलीना देश का गौरव हैं और BFI में हम उनकी उपलब्धियों, खासकर उनके ओलंपिक कांस्य पदक पर बहुत गर्व करते हैं। मैं लगाए गए आरोपों का सम्मानपूर्वक और स्पष्ट रूप से खंडन करता हूं।"
मामलों को नोट किया गया
उन्होंने कहा, "इसमें SAI और TOPS के अधिकारियों ने भाग लिया और मेजबान द्वारा आधिकारिक रूप से रिकॉर्ड किया गया। वही रिकॉर्डिंग समीक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों के पास है। लवलीना द्वारा उठाए गए मामलों को नोट किया गया और BFI की स्थापित नीतियों के अनुरूप संबोधित किया गया। यह सभी एथलीटों पर समान रूप से लागू होती हैं।"
4 से 14 सितंबर तक होगा आयोजन
पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान (NIS) में बॉक्सर के एक हफ्ते तक चले मूल्यांकन के बाद 20 सदस्यीय टीम का चयन किया गया। 4 से 14 सितंबर तक चलने वाला यह टूर्नामेंट, खेल की नई गवर्निंग बॉडी विश्व मुक्केबाजी के तत्वावधान में आयोजित होने वाला पहला विश्व चैंपियनशिप होगा।
इसमें मेंस और विमंस के लिए 10 भार वर्गों में प्रतियोगिताएं होंगी। यह पहली बार भी होगा कि मेंस और विमंस मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी चैंपियन के खिताब के लिए एक ही स्पर्धा में ओलंपिक शैली की मुक्केबाजी में प्रतिस्पर्धा करेंगे। बोरगोहेन मार्च में महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शामिल नहीं हुई थीं। टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता बोरगोहेन इस प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो पाई थीं क्योंकि असम राज्य इकाई ने महासंघ में अंदरूनी कलह के कारण उन्हें भेजने से मना कर दिया था।
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