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    'दिल्‍ली सरकार ने निराश किया', शतरंज की दुनिया में झंडे गाड़ने वाली तानिया सचदेव का टूटा दिल; मुख्‍यमंत्री को लिखा पत्र

    Updated: Mon, 23 Dec 2024 02:15 PM (IST)

    Tania Sachdev भारत की शतरंज खिलाड़ी तानिया सचदेव इस बात से हैरान हैं कि शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्‍हें राज्‍य सरकार की तरफ से कोई पहचान नहीं मिली। तानिया सचदेव ने दिल्‍ली की मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप पार्टी के लिए एक पत्र लिखा जिसमें अपनी निराशा को व्‍यक्‍त किया। तानिया सचदेव ने 2024 में चेस ओलंपिक्‍स गोल्‍ड मेडल जीता था।

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    तानिया सचदेव का सोशल मीडिया पोस्‍ट हुआ वायरल

    स्‍पोर्ट्स डेस्‍क, नई दिल्‍ली। शतरंज की भारत में पहचान बढ़ती जा रही है। डी गुकेश ने हाल ही में वर्ल्‍ड चेस चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रचा और देश-दुनिया में भारत का परचम फहराया। हालांकि, कुछ एथलीट्स राज्‍य सरकार के रवैसे से खुश नहीं हैं क्‍योंकि उन्‍हें किसी तरह की पहचान नहीं मिली।

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    इन्‍हीं में से एक शतरंज खिलाड़ी हैं तानिया सचदेव, जिन्‍होंने सोशल मीडिया के जरिये अपनी निराशा जाहिर की है। तानिया सचदेव ने अपने आधिकारिक एक्‍स हैंडल पर बताया कि 2008 से भारत के लिए शतरंज खेलने के बावजूद दिल्‍ली सरकार से उन्‍हें किसी तरह की पहचान नहीं मिली।

    उन्‍होंने राजनेताओं को 2022 चेस ओलंपियाड की अपनी उपलब्धियों की याद दिलाई। इसके अलावा तानिया ने 2024 में चेस ओलंपिक्‍स गोल्‍ड मेडल भी जीता।

    यह भी पढ़ें: Year Ender 2024: चेस में भारत का बजा डंका, डी गुकेश बने नए बादशाह तो आर प्रगनानंद ने भी रचा इतिहास

    तानिया सचदेव का पोस्‍ट

    भारत के लिए 2008 से खेलने के बावजूद यह देखना निराशाजनक है कि शतरंज में उपलब्धियां हासिल करने के बाद भी दिल्‍ली सरकार से कोई पहचान नहीं मिली। जो राज्य अपने चैंपियनों का समर्थन करते हैं और उनका जश्न मनाते हैं, वे सीधे तौर पर उत्कृष्टता को प्रेरित करते हैं और प्रतिभा को प्रेरित करते हैं। दुखद है कि दिल्‍ली ने इस ओर अब तक कोई कदम नहीं उठाया।

    2022 चेस ओलंपियाड में मैं ऐतिहासिक ब्रॉन्‍ज मेडल और एक व्‍यक्तिगत मेडल जीतकर लौटी। दो साल बाद 2024 में ऐतिहासिक चेस ओलंपिक गोल्‍ड जीता और अब तक राज्‍य सरकार से किसी प्रकार की पहचान नहीं मिली। कोई दिल्‍ली और भारत का गर्व के साथ प्रतिनिधित्‍व करता है तो मुझे उम्‍मीद है कि आम आदमी पार्टी, आतिशि मैडम, अरविंद केजरीवाल सर अपने चेस एथलीट्स का समर्थन करने के मूल्‍य को देखेंगे।

    दिल्‍ली को दी थी नसीहत

    याद दिला दें कि इस साल अक्‍टूबर में तानिया सचदेव ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए दिल्‍ली को तमिलनाडु के मॉडल को फॉलो करने की नसीहत दी थी। दक्षिण भारत ने पिछले कुछ सालों में भारत को कई ग्रैंडमास्‍टर्स दिए हैं।

    तानिया ने कहा था, ''एक कारण है कि हमने तमिलनाडु से इतने ग्रैंडमास्‍टर्स देखे। हर लड़की क्‍यों बैडमिंटन ही खेलना चाहेगी? क्‍योंकि उन्‍होंने पीवी सिंधू को देखा है। अगर राज्‍य सरकार अपने खिलाड़‍ियों के प्रयासों की पहचान नहीं करेगी तो आप किसी भी पेशे में कैसे युवाओं को प्रेरित करेंगे?''

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