IOC अध्यक्ष ने संघ की नकारात्मक छवि पेश करने पर जताई निराशा, कहा- भारतीय दल को सर्वश्रेष्ठ सुविधा देने का प्रयास
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने बुधवार को कहा कि पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहे खिलाड़यों को उनकी पसंद का सहयोगी स्टाफ मुहैया कराने के लिए खेल मंत्रालय आईओए और राष्ट्रीय महासंघों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया। हालांकि अंतिम पंघाल कथित तौर पर अपने चार सदस्यीय सहायक स्टाफ के लिए वीजा का इंतजार कर रही हैं।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने बुधवार को कहा कि पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहे खिलाड़यों को उनकी पसंद का सहयोगी स्टाफ मुहैया कराने के लिए खेल मंत्रालय, आईओए और राष्ट्रीय महासंघों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया। खिलाड़ियों की हर मांग पूरी करने के प्रयासों के बावजूद कुछ रिपोर्टों में काम की नकारात्मक तस्वीर पेश करना निराशाजनक है।
ऊषा ने कहा कि मंत्रालय और इसकी इकाइयों, राष्ट्रीय खेल महासंघों और कॉरपोरेट भागीदारों के साथ मिलकर आईओए ने शानदार टीमवर्क से काम किया है। आईओए में हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुके हैं, जहां खिलाड़ी हमारी योजना और तैयारियों के केंद्र में हैं। खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों के बीच सामान्य 3:1 अनुपात के बजाय हमने इसे 1:1 अनुपात से थोड़ा बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की है। यह देखकर हैरानी होती है कि कुछ लोगों ने इस तरह के तालमेल को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है।
'सिफारिश करना उचित नहीं समझा'
दरअसल, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले छह पहलवानों में से एक अंतिम पंघाल कथित तौर पर अपने चार सदस्यीय सहायक स्टाफ के लिए वीजा का इंतजार कर रही हैं, जिससे उनके अभ्यास में बाधा पड़ रही है। ऊषा ने कहा कुश्ती का संचालन करने वाली तदर्थ समिति ने आयोजन समिति को भेजे गए नामों की लंबी सूची में अंतिम के कोच या फिजियोथेरेपिस्ट का नाम शामिल नहीं करने का फैसला किया। यह अजीबोगरीब है कि खिलाड़ियों, कोच और सहयोगी स्टाफ की लंबी सूची को मंजूरी देने वाले जिम्मेदार अधिकारियों ने भगत सिंह या हीरा या विकास को शामिल करने की सिफारिश करना उचित नहीं समझा।
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