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    Badminton: लक्ष्य सेन बने ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन, जीता साल का पहला खिताब

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 04:58 PM (IST)

    लक्ष्य सेन इस साल खिताब के लिए तरस रहे थे और साल के अंत में उनके हिस्से खिताब आ गया है। भारत के इस उभरते हुए खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। 

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    लक्ष्य सेन ने जीता खिताब

    पीटीआई, सिडनी : भारत के बैडमिंटनस्टार लक्ष्य सेन ने रविवार को अपने करियर की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025 का खिताब जीत लिया है। पुरुष सिंगल्स के फाइनल में 24 वर्षीय लक्ष्य ने जापान के युशीतनाका को पूरी तरह दबदबे वाले अंदाज में 21-15, 21-11 से हराया।

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    यह मुकाबला महज 38 मिनट चला, जिसमें भारतीय शटलर ने शुरुआत से अंत तक नियंत्रण बनाए रखा। पेरिस ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद लक्ष्य की फार्म लगातार उतार-चढ़ाव से गुजर रही थी। इस सत्र की शुरुआत में चोटों ने भी उन्हें मुश्किल स्थिति में डाल दिया था, लेकिन ऑस्ट्रेलियन ओपन के इस प्रतिष्ठित सुपर 500 इवेंट में उन्होंने जबरदस्त वापसी करते हुए अपना पहले खिताब का इंतजार खत्म किया।

    जीत के बाद लक्ष्य का बयान

    जीत के बाद लक्ष्य ने कहा, सीजन में कई उतार-चढ़ाव आए, शुरुआत में चोटें भी रहीं, लेकिन मेहनत जारी रखी। खुशी है कि इसे एक अच्छे नोट पर खत्म कर रहा हूं। इस सत्र में विश्व टूर खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बने। अल्मोड़ा के लक्ष्य ने अंतिम बार 2024 में कनाडा ओपन जीता था। 2024 के सैयद मोदी सुपर 300 खिताब के बाद से उनके खाते में कोई बड़ा खिताब नहीं जुड़ा था। हांगकांगसुपर 500 (2025) में वह उपविजेता रहे थे, लेकिन खिताब उनसे दूर रह गया था।

    ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय

    इस जीत के साथ लक्ष्य 2025 सत्र में बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर खिताब जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय बने हैं। इससे पहले आयुष शेट्टी ने यूएस ओपन सुपर 300 में खिताब जीता था। सात्विकसाईराजरेंकीरेड्डी व चिराग शेट्टी की जोड़ी और किदांबीश्रीकांत भी इस साल विभिन्न प्रतियोगिताओं के फाइनल तक पहुंचे थे, लेकिन खिताब नहीं जीत सके थे।आ

    सान नहीं था जापान के तनाका का मुकाबला

    दुनिया के नंबर 26 तनाका इस साल आरलियन्समास्टर्स और यूएस ओपन सुपर 300 खिताब जीत चुके थे। तेज गति वाले उनके खेल और स्मैशिंग पावर के बावजूद लक्ष्य ने बेहतरीन नियंत्रण, तेज नेट गेम और धारदार प्लेसमेंट के दम पर जापानी खिलाड़ी को खुलकर खेलने का मौका ही नहीं दिया। पहले गेम में लक्ष्य ने 6-3 की बढ़त तेजी से बनाई। तनाका बार-बार नेट में फंसकर और शॉट लंबा मारकर अंक गंवाते रहे। बीच में तनाका ने कुछ शानदार क्रॉस कोर्ट स्मैश लगाकर अंतर कम करने की कोशिश की, लेकिन लक्ष्य 11-8 की बढ़त के साथ ब्रेक पर गए और फिर 21-15 से गेम अपने नाम किया।

    दूसरा गेम पूरी तरह एकतरफा

     दूसरा गेम पूरी तरह लक्ष्य सेन के नाम रहा। तनाका की गलतियां बढ़ती गईं और लक्ष्य ने अपनी गति, सटीकता और आक्रामकता में कोई कमी नहीं रखी। 8-4 की बढ़त के बाद लक्ष्य ने शानदार बैकलाइनजजमेंट, नेट पर दबदबा और शक्तिशाली स्मैश के दम पर स्कोर 17-8 तक पहुंचा दिया। कुछ देर बाद उन्होंने 19-8 की बढ़त बना ली और आखिरकार 20-10 पर मैच प्वाइंट हासिल किया। एक अवसर गंवाने के बाद लक्ष्य ने तेज क्रास कोर्ट रिटर्न के साथ मुकाबला और खिताब अपने नाम कर लिया।

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