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    Independence Day Special: चेस की दुनिया में भारत ने गाड़ा झंडा, पहली बार मेजबानी करके रचा इतिहास

    By Umesh KumarEdited By: Umesh Kumar
    Updated: Tue, 15 Aug 2023 12:00 PM (IST)

    चेस की बढ़ती लोकप्रियता के चलते साल 2022 में भारत में पहली बार चेस ओलंपियाड (FIDE Chess Olympiad 2022) का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) द्वारा भारत के चेन्नई शहर को इसका मेजबान बनाया गया। यह टूर्नामेंट 10 अगस्त 2022 से 10 अगस्त तक खेला गया। 186 देशों ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। भारत ने ओपन और महिला वर्ग में कांस्य पदक जीता।

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    chess olympiad 2022 की भारत ने की थी मेजबानी।

    नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। एक तरफ जहां क्रिकेट नित नए आयाम छू रहा है। वहीं, खेलों की दुनिया में चेस भी अपनी नई पहचान बना रहा है। भारत में पहली बार चेस चर्चा में तब आया, जब साल 2013 में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप (World Chess Championship) का आयोजन हुआ था। साथ ही भारत चेस ग्रैंडमास्टर और पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथ आनंद के वजह से इस खेल को नई पहचान मिली।

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    इसके बाद से इस खेल में भारत के खिलाड़ियों ने अपना नाम रौशन किया। इस खेल की बढ़ती लोकप्रियता के चलते साल 2022 में भारत में पहली बार चेस ओलंपियाड (FIDE Chess Olympiad 2022) का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) द्वारा भारत के चेन्नई शहर को इसका मेजबान बनाया गया।

    यह टूर्नामेंट 10 अगस्त 2022 से 10 अगस्त तक खेला गया। 186 देशों ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। शतरंज ओलंपियाड में भारत ने अपना सबसे बड़ा दल उतारा था, जिसमें 6 टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल थे। विश्वनाथ आनंद ने टीम के मार्गदर्शक की भूमिका निभाई थी।

    भारत ने जीता था कांस्य पदक

    इस टूर्नामेंट में भारत 'बी' टीम ने ओपन वर्ग, जबकि भारत ‘ए’ ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीते। इस टूर्नामेंट में महिला वर्ग में भारत के लिए यह पहला पदक था। कोनेरू हम्पी, आर वैशाली, तानिया सचदेव और भक्ति कुलकर्णी की भारत 'ए' टीम ने अंतिम दौर के मैच में यूएसए से 3-1 से हार के बाद कांस्य पदक हासिल किया। वहीं, ओपन वर्ग में डी गुकेश, निहाल सरीन, आर प्रगनानंद और रौनक साधवानी की युवा भारत 'बी' टीम ने जर्मनी को 3-1 से हराकर देश को दूसरा कांस्य पदक दिलाया।

    व्यक्तिगत स्पर्धा में जीते थे 7 मेडल

    बता दें कि टीम स्पर्धाओं में दो पदकों के अलावा, भारत ने सात व्यक्तिगत पदक भी जीते, जिनमें दो स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य शामिल हैं। डी गुकेश और निहाल सरीन ने क्रमशः पुरुष बोर्ड 1 और बोर्ड 2 पर स्वर्ण पदक जीते। जबकि अर्जुन एरीगैसी ने बोर्ड 3 पर रजत पदक जीता। आर प्रगनानंद (पुरुष बोर्ड 3), आर वैशाली (महिला बोर्ड 3), तानिया सचदेव (महिला बोर्ड 3) और दिव्या देशमुख (महिला रिजर्व बोर्ड) ने व्यक्तिगत कांस्य पदक जीते।