BWF World Championships: प्रणय को कांस्य से करना पड़ा संतोष, विश्व चैंपियनशिप में यह रिकॉर्ड रखा बरकरार
इस तरह भारत ने 2011 के बाद से विश्व चैंपियनशिप में कम से कम एक पदक जीतने का रिकॉर्ड बरकरार रखा। प्रणय दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ शुरुआती गेम की बढ़त को गंवा बैठे। दूसरे गेम में वह 5-1 से बढ़त बनाए थे लेकिन तीन बार के पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन विदितसर्ण ने बेहतर डिफेंस और अटैक के बूते 18-21 21-13 21-14 से जीत हासिल की।
कोपनहेगनस प्रेट्र। एचएस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वप्निल सफर शनिवार को यहां पुरुष सिंगल्स सेमीफाइनल में थाइलैंड के कुनलावुत वितिदसर्ण से तीन गेम में हारकर समाप्त हो गया, जिससे उन्होंने कांस्य पदक से अपना अभियान खत्म किया।
इस तरह भारत ने 2011 के बाद से विश्व चैंपियनशिप में कम से कम एक पदक जीतने का रिकॉर्ड बरकरार रखा। प्रणय दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ शुरुआती गेम की बढ़त को गंवा बैठे। दूसरे गेम में वह 5-1 से बढ़त बनाए थे, लेकिन तीन बार के पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन विदितसर्ण ने बेहतर डिफेंस और अटैक के बूते 18-21, 21-13, 21-14 से जीत हासिल कर लगातार दूसरे फाइनल में प्रवेश किया।
इस हार के बावजूद प्रणय के लिए यह शानदार उपलब्धि रही क्योंकि वह विश्व चैंपियनशिप का पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय पुरुष सिंगल्स खिलाड़ी बन गए। किदांबी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बी साई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष सिंगल्स में पदक जीत चुके हैं।
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