Speed Skating World Championships: आनंदकुमार वेलकुमार ने रचा इतिहास, गोल्ड मेडल पर जमाया कब्जा
आनंदकुमार वेलकुमार ने देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने भारत के लिए अविस्मरणीय उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने चीन के बेइदाईहे में आयोजित स्पीड स्केटिंग विश्व चैंपियनशिप की मैराथन स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है। 22 साल के इस खिलाड़ी ने 42 किलोमीटर की कठिन दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनके लिए पहले से ही एक स्वप्निल टूर्नामेंट में एक और शानदार अध्याय जुड़ गया।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। आनंदकुमार वेलकुमार ने देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने भारत के लिए अविस्मरणीय उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने चीन के बेइदाईहे में आयोजित स्पीड स्केटिंग विश्व चैंपियनशिप की मैराथन स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है। 22 साल के इस खिलाड़ी ने 42 किलोमीटर की कठिन दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनके लिए पहले से ही एक स्वप्निल टूर्नामेंट में एक और शानदार अध्याय जुड़ गया।
कांस्य पदक जीता था
यह सफलता इसी चैंपियनशिप में उनके पहले के पदकों के बाद आई है, जहां उन्होंने 1000 मीटर में गोल्ड मेडल और 500 मीटर में कांस्य पदक जीता था। मैराथन जीतने के बाद वेलकुमार ने वह मुकाम हासिल किया है जहां पहले कोई भारतीय नहीं पहुंच पाया था। वेलकुमार की कहानी ऐसी है जो पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
🚨 ANOTHER WORLD C'SHIP TITLE, FOLKS! 🤩🔥
ANANDKUMAR VELKUMAR OF INDIA IS WORLD SPEED SKATING CHAMPION AGAIN! 🇮🇳
Anandkumar wins the 42KM Marathon Title 🏆
This is his 3rd Medal at the World C'ship 🥇🥇🥉
SOLELY PUTTING INDIA ON WORLD SKATING MAP! pic.twitter.com/QTcqXCv5gg
— The Khel India (@TheKhelIndia) September 21, 2025
आसान नहीं था यह सफर
आनंदकुमार वेलकुमार के लिए गोल्ड मेडल तक का सफर तय करना जरा भी आसान नहीं था। उनकी यह जर्नी स्केटिंग रिंक पर नहीं, बल्कि उनके घर के पास एक साधारण सीमेंट बैडमिंटन कोर्ट से शुरू हुई थी। साधारण शुरुआत के बाद उन्होंने जमकर मेहनत की और खुद को एक विश्वस्तरीय एथलीट बनाया। उन्हें अपनी इस मेहनत का फल सबसे पहले 2021 में मिला।
2021 में आया था मेडल
2021 में उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता। यह भारत के लिए पहला पदक था। इस साल की शुरुआत में उन्होंने कांस्य पदक जीता और एक बार फिर भारत को वैश्विक स्केटिंग मानचित्र पर ला खड़ा किया। बेइदाईहे में उन्होंने 500 मीटर स्प्रिंट में कांस्य पदक के साथ अपने अभियान की शुरुआत की।
इसी का उपयोग उन्होंने 1000 मीटर में गोल्ड मेडल जीतने के लिए किया। मैराथन में उन्होंने गोल्ड मेडल के साथ अपने अभियान का अंत किया। वेलकुमार के लिए यह तो अभी शुरुआत है। आगे उन्हें और भी उपलब्धिों को हासलि करना है। उनके अंदर जीतने की ललक और मेडल की भूख साफ देखी जा सकती है।
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