Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    NIT Rourkela Suicide: एनआईटी राउरकेला में डॉक्टर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट भी मिला; मचा हड़कंप

    Updated: Mon, 04 Nov 2024 05:31 PM (IST)

    ओडिशा के राउरकेला स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के 27 वर्षीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष हुगर अपने घर में फंदे से लटके मिले। वह अविवाहित थे और 2023 में संस्थान में शामिल हुए थे। पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। सुसाइड नोट में निजी समस्या का उल्लेख है। पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा गया है।

    Hero Image
    एनआईटी राउरकेला में डॉक्टर ने की आत्महत्या (जागरण)

    जागरण संवाददाता, राउरकेला। ओडिशा के राउरकेला स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के चिकित्सा अधिकारी सोमवार को अपने घर में फंदे से लटके मिले। सूत्रों ने बताया कि चिकित्सा अधिकारी की पहचान कर्नाटक के विजयपुर निवासी डॉ. संतोष हुगर के रूप में हुई है और उनकी उम्र करीब 27 साल है। उनका शव एनआईटी परिसर के अंदर स्थित घर में पंखे से लटका मिला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डॉक्टर अविवाहित थे

    बताया जा रहा है कि डॉक्टर अविवाहित थे और उन्होंने 2023 में संस्थान ज्वाइन किया था। वह एनआईटी परिसर में स्थित सरकारी क्वार्टर में अकेले रह रहे थे। आज सुबह पड़ोसियों ने डॉ संतोष को घर पर मृत पाया था। जिसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी सेक्टर-3 पुलिस को दी थी।

    सूचना मिलने पर पुलिस कर्मियों की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना की जांच शुरू की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस इस संबंध में एक अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है।

    डॉक्टर ने छोड़ा सुसाइड नोट

    घटना की सूचना डॉ संतोष के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस ने बताया कि मृतक ने आत्महत्या की है। मरने से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जिसमें आत्महत्या का कारण निजी समस्या होने की बात उल्लेख की है।

    बता दें कि एनआईटी राउरकेला भारत के ओडिशा राज्य में स्थित एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। यह संस्थान 15 अगस्त 1961 में स्थापित हुआ था और यहां विभिन्न इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान की जाती है। यह संस्थान अपनी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और अनुसंधान के लिए जाना जाता है।

    आत्महत्या एक गंभीर समस्या है जिसके लिए तुरंत मदद की आवश्यकता है। यदि आप या आपका कोई परिचित आत्महत्या के विचार से जूझ रहा है, तो निम्नलिखित मददगार संसाधनों का उपयोग करें:

    भारत में मददगार संसाधन

    •  विश्वास हेल्पलाइन: 1860 2662 345 (24/7)
    •  आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन: 080-46110007 (24/7)
    •  एनजीओ सुखी जीवन: 011-4311 3333 (24/7)
    •  राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन: 080-46110007 (24/7)

    ऑनलाइन संसाधन:

    •  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO): (link unavailable)
    •  नेशनल अलायंस ऑन मेंटल इलनेस (NAMI): (link unavailable)
    •  सूइसाइड प्रिवेंशन लाइफलाइन: (link unavailable)

    क्या करें:

    •  अपने परिचितों से बात करें।
    •  एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करें।
    •  मददगार संसाधनों का उपयोग करें।
    •  आत्महत्या के विचारों को दबाने के लिए गतिविधियों में शामिल हों

    ये भी पढ़ें

    Odisha News: नुआपाड़ा जिले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, नक्सली कैंप ध्वस्त; खतरनाक बम बनाने की सामग्री बरामद

    Jagannath Temple: पुरी जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में गुप्त कमरा या सुरंग है या नहीं? कानून मंत्री ने किया खुलासा

    comedy show banner
    comedy show banner