Puri Railway Station: अमृत स्टेशन के तहत हो रहा जगन्नाथ धाम पुरी रेलवे स्टेशन का विकास, यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
पुरी रेलवे स्टेशन का अमृत स्टेशन योजना के तहत विकास किया जा रहा है। पुनर्विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पुरी रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन के पुनर्विकास को वित्तीय वर्ष 2021-22 में मंजूरी दी गई थी। पुनर्विकास होने के बाद पुरी रेलवे स्टेशन विरासत सौंदर्यशास्त्र और आधुनिक यात्री सुविधाओं के मिश्रण के साथ एक विश्वस्तरीय सुविधा के रूप में खड़ा होगा।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Amrit Bharat Station Scheme: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुरी रेलवे स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्य का जायजा लिया। पुरी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य अमृत स्टेशन योजना के तहत ओडिशा में प्रमुख रेलवे बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में शामिल है।
समीक्षा करने के लिए पहुंचे रेल मंत्री
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री वैष्णव ने निर्माण कार्य की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को इसे समयबद्ध तरीके से पूरा करने और शेष कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। रेल मंत्री ने कहा कि अमृत स्टेशन परियोजनाओं पर काम प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि पुरी कोणार्क रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम प्रगति पर है।
रेल मंत्री ने जोर देकर कहा कि पुनर्विकास होने के बाद पुरी रेलवे स्टेशन विरासत सौंदर्यशास्त्र और आधुनिक यात्री सुविधाओं के मिश्रण के साथ एक विश्वस्तरीय सुविधा के रूप में खड़ा होगा।
स्टेशन के पुनर्विकास को वित्तीय वर्ष 2021-22 में मंजूरी दी गई है, जबकि 177.41 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ एकीकृत स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत काम किया जा रहा है। अमृत स्टेशन योजना प्रधानमंत्री की परियोजना है जिसमें विरासत, संस्कृति और विकास को शामिल किया गया है।
'विरासत भी, विकास भी'को पुरी स्टेशन के विकास के क्षेत्र में भी जगह मिलेगी। पूर्व तट रेलवे के महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल और खुर्दा रोड के मंडल रेल प्रबंधक एचएस सिंह बाजवा सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण में शामिल हुए।
जानकारी के अनुसार वर्तमान समय तक रेल परियोजना से जुड़े 60 प्रतिशत निर्माण कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं, जो आधुनिक, सुचारू और यात्री-अनुकूल पुरी रेलवे स्टेशन की दृष्टि को वास्तविकता के करीब लाता है।
पुनर्विकसित पुरी स्टेशन की मुख्य विशेषताएं
- ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन (गोल्ड स्टैंडर्ड) जो 250 किमी प्रति घंटे तक हवा की गति का सामना कर सकता है।
- स्टेशन बिल्डिंग और कानकार क्षेत्र : 24,185 वर्ग मीटर।
- परिसंचारी क्षेत्र : 26,100 वर्ग मीटर।
- प्लेटफार्म क्षेत्र (आठ प्लेटफार्म) : 21,600 वर्ग मीटर।
- संरचना : भूतल तीन मंजिलें।
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन
- बैगेज स्कैनर
- पर्यटक सूचना और बुकिंग केंद्र
- फूड कोर्ट, सार्वजनिक भोजन और दुकानें
- केंद्रीय सीसीटीवी निगरानी
- चार एस्केलेटर, चार यात्री लिफ्ट और एक स्टाफ लिफ्ट
- 150 बेड वाला छात्रावास
- 60 बिस्तरों वाला टीटीई विश्राम कक्ष
- भुगतान लाउंज, मुफ्त प्रतीक्षा लाउंज, बच्चे के भोजन कक्ष
- चाइल्ड हेल्प डेस्क और "क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं" बूथ
दिव्यांगों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- बैरियर फ्री एंट्री/एग्जिट रैंप
- विशिष्ट पार्किंग
- न खिसकने वाला पैदल मार्ग
- प्रत्येक प्लेटफार्म पर विशेष रूप से डिजाइन किए गए शौचालय और पेयजल टैप
- नेविगेशन के लिए उच्च दृश्यता साइनेज
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