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    Navratri 2025: नवरात्रि में वेदांत एल्युमिनियम की सराहनीय पहल, 'शक्ति किट' से महिलाओं को बना रही सशक्त

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 01:35 PM (IST)

    ओडिशा में वेदांत एल्युमिनियम लांजीगढ़ ने नवरात्रि के अवसर पर आदिवासी महिलाओं के बीच शक्ति किट का वितरण किया। इस किट में सैनिटरी नैपकिन साबुन और लोहे के बर्तन शामिल हैं। कंपनी ने नौ गांवों में 600 से अधिक किट बांटे हैं जिससे लगभग 1500 महिलाओं को लाभ हुआ है। शक्ति किट का वितरण महिलाओं को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

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    वेदांत एल्युमिनियम की अनूठी पहल नवरात्रि में आदिवासी महिलाओं को शक्ति किट। (फोटो- जागरण)

    शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। नवरात्रि के पावन अवसर पर जब पूरे देश में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना कर सुख-समृद्धि की कामना की जाती है, उसी मौके पर वेदांत एल्युमिनियम लांजीगढ़ ने एक अनूठी सामाजिक पहल की है।

    कंपनी ने ओडिशा के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में रहने वाली आदिवासी महिलाओं के बीच 'शक्ति किट' का वितरण कर उन्हें स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने का अभियान शुरू किया है।

    9 गांव की महिलाओं को बांटी किट

    कंपनी के ‘नवरात्रि मिलाप’ कार्यक्रम के तहत अब तक 600 से अधिक शक्ति किट वितरित किए जा चुके हैं, जिनसे नौ गांवों की करीब 1,500 महिलाएं लाभान्वित हुई हैं।

    इस किट में सैनिटरी नैपकिन, साबुन, हैंडवॉश जैसी स्वच्छता सामग्री के साथ-साथ बाजरे से बनी मिठाइयां और लोहे के बर्तन भी शामिल किए गए।

    माना जाता है कि लोहे के बर्तनों में खाना बनाने से शरीर में खून की कमी यानी एनीमिया की समस्या कम होती है। साथ ही उत्सव की सामग्री भी दी गई, ताकि यह पहल महिलाओं के लिए नवरात्रि का उत्सव भी बन सके।

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    महिलाओं को सशक्त बनाने की भावना: भट्टाचार्य

    वेदांता एल्युमिनियम बिजनेस के सीईओ प्रणव कुमार भट्टाचार्य ने इस अभियान को लेकर कहा-

    नवरात्रि पर्व शक्ति, संरक्षण और लचीलेपन का उत्सव है। हम इस बार गांवों की महिलाओं को सशक्त बनाकर इस भावना का सम्मान कर रहे हैं। शक्ति किट के जरिए हम उनके स्वास्थ्य और कल्याण में निवेश कर रहे हैं। यह हमारी शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल और आजीविका से जुड़ी व्यापक सामाजिक पहल का हिस्सा है।

    नौ दिन चलेगा यह कार्यक्रम

    यह कार्यक्रम पूरे नौ दिनों तक चलेगा। ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को जोड़ने के लिए इसमें रंगोली, पारंपरिक खेल और सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं।

    अभी तक जिन गांवों में यह कार्यक्रम पहुंचा है उनमें पुतरीभाटा, खलगुडा, बलभद्रपुर, कदमगुडा, केंदुबर्डी, बानिगांव, सिमलीभाटा, बुंदेल और चनालिमा प्रमुख हैं।

    कंपनी का लक्ष्य है कि इस नवरात्रि अभियान के दौरान 600 से अधिक परिवारों और 3300 से ज्यादा ग्रामीणों तक यह पहल पहुंचाई जाए।

    कुल मिलाकर, यह पहल न केवल नवरात्रि उत्सव को विशेष बना रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं में स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का नया अध्याय भी लिख रही है।