BJD के बड़े नेता के साथ साइबर ठगी, लगभग डेढ़ करोड़ की लगी चपत; कर्नाटक और तमिलनाडु से 7 गिरफ्तार
ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने बीजद के एक वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री से साइबर ठगों ने 1.4 करोड़ रुपये ठगे हैं। आरोपियों ने आईपीओ और ओटीसी ट्रेडिंग में निवेश का झांसा दिया था। कर्नाटक और तमिलनाडु से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रविवार को उन सातों को ओडिशा की अदालत में पेश किया गया।
आईएएनएस, भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने बीजद के एक वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री से आईपीओ और ओटीसी ट्रेडिंग में निवेश के बदले उच्च रिटर्न का झांसा देकर 1.4 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में सात अंतरराज्यीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है।
25 मार्च से 28 मार्च के बीच कर्नाटक और तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर अपराध शाखा के अधिकारियों द्वारा कई छापेमारी के बाद आरोपी जालसाजों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की पहचान कर्नाटक के ज्योति राजू (39), राजू सी (34), इस्माइल राहिद (27), वसीम (28) और तमिलनाडु के पट्टाराज एस (34), जगदीश राधाकृष्णन (40), ई शक्तिकुमारवेल (50) के रूप में हुई है।
जनवरी में दर्ज कराई थी शिकायत
साइबर ठगों के शिकार हुए बीजद विधायक ने 13 जनवरी 2025 को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ बीजद नेता कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक संदेश के जरिए ठगों के संपर्क में आए थे। आरोपी और उनके सहयोगियों ने खुद को ट्रेड एनालिस्ट बताकर शिकायतकर्ता को आईपीओ, शेयर और ओटीसी ट्रेडिंग में निवेश के जरिए उच्च रिटर्न का वादा किया।
उनके आश्वासनों से प्रभावित होकर उन्होंने ट्रेडिंग शुरू की और 13 नवंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 के बीच कुल 1,40,00,000 रुपये ट्रांसफर किए। शुरुआती नुकसान के बावजूद, ठगों ने उन्हें और निवेश करने के लिए राजी कर लिया।
हालांकि, जब उन्होंने अपना पैसा निकालने का प्रयास किया, तो उन्होंने अतिरिक्त भुगतान की मांग की और उनका पैसा देने से इनकार कर दिया।
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने रविवार को प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री को जल्द ही एहसास हो गया कि वे ठगों के जाल में फंस गए हैं और उन्होंने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई।
उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 318(4), 319(2), 336(2), 336(3), 338, 340(2), 61(2) और 3(5) तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66-सी, 66-डी के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अदालत में किया गया पेश
आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया और रविवार को उन सातों को ओडिशा की अदालत में पेश किया गया। मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, व्हाट्सएप चैट स्क्रीनशॉट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, चेक बुक और डेबिट कार्ड समेत कई आपत्तिजनक वस्तुएं जब्त की गई हैं।
जांच अधिकारी ने जालसाजों से जुड़े कई बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने उक्त बैंक खातों में 15 लाख रुपये फ्रीज करने में कामयाबी हासिल की है, जबकि अब तक कुल 4 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। अपराध शाखा ने आगे बताया कि शेष राशि की वसूली के लिए प्रयास जारी हैं।
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