Odisha Crime: संबलपुर में बच्ची से दुष्कर्म करने वाले युवक को 5 साल की सजा, 7 साल बाद कोर्ट ने सुनाया फैसला
संबलपुर जिले के हीराकुद थाना इलाके में पांच वर्ष की एक मासूम से दुष्कर्म करने के आरोपित संतोष पात्र को शनिवार के दिन संबलपुर स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने दोषी करार दे दिया। संतोष को पांच वर्ष सश्रम कारावास और पांच हजार रुपए के जुर्माना राशि से दंडित किया है।
संबलपुर, जागरण संवाददाता। ओडिशा में करीब सात वर्ष पहले, संबलपुर जिले के हीराकुद थाना इलाके में पांच वर्ष की एक मासूम से दुष्कर्म करने के आरोपित संतोष पात्र को, शनिवार के दिन संबलपुर स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने दोषी करार दे दिया। आरोपी को पांच वर्ष सश्रम कारावास और पांच हजार रुपए के जुर्माना राशि से दंडित किया है। जुर्माना राशि नहीं चुकाने की स्थिति में अधिक 6 महीने कारावास का प्रावधान रखा गया है।
क्या था पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह शर्मनाक घटना 2016 की है। हीराकुद थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया गया था कि पांच वर्ष की मासूम जब अपने पड़ोस के घर में खेलने के लिए गई थी, तभी संतोष पात्र उसे बहला-फुसलाकर एक सुनसान स्थान की ओर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया और तो और, रोती मासूम को तीस रुपए देकर उसकी घिघोनी करतूत के बारे में किसी को कुछ नहीं बताने को कहा था।
मां को बच्ची ने बताई आप बीती
पीड़ित मासूम जब घर लौटी तब उसके पास 30 रुपए देखकर उसकी मां ने रुपए के बारे में पूछताछ की तब संतोष की करतूत का पता चला। इसके बाद मां ने हीराकुद थाना में उसके खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
इसी मामले की सुनवाई के बाद शनिवार के दिन स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने बारह गवाहों के बयान और पुलिस द्वारा जुटाए गए सबूतों के आधार पर आरोपित संतोष पात्र को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई।
मानसिक रोगी नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म
इधर राउरकेला स्थित उदितनगर थाना क्षेत्र निवासी एक मानसिक पीड़ित नाबालिग के साथ उसके सौतेले पिता व अन्य लोगों के द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। इसकी सूचना पाकर चाइल्ड लाइन की टीम ने बस्ती पहुंच कर पीड़ित को उसके घर से बरामद कर उसे राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) के सखी गृह में रखा है। यहां जांच करने पर नाबालिग सात माह की गर्भवती होने का पता चला है। इस संबंध में सखी गृह के कर्मचारियों की लिखित शिकायत को आधार कर उदितनगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।