Odisha Weather: कोहरे की चादर में लिपटी राजधानी, थमी वाहनों की रफ्तार, IMD ने जारी किया यलो अलर्ट
राजधानी भुवनेश्वर में शुक्रवार शाम अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिला। रात लगभग 9.30 बजे घना कोहरा छा गया जिसकी वजह से दृश्यता काफी कम हो गई। मौसम विभाग के अनुसार 9.30 बजे दृश्यता की दूरी 1000 मीटर थी। महज एक घंटे 30 मिनट में दृश्यता की दूरी रात 11 बजे तक 970 मीटर घट गई और 30 मीटर हो गई।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राजधानी में शुक्रवार रात 9 बजे के बाद कोहरे का असर देखने को मिला। रात 9 बजे तक सड़कें दिखाई दे रहीं थीं, लेकिन रात करीब 9.30 बजे अचानक घना कोहरा छा गया। सड़क तो छोड़िए, चेहरा भी नहीं दिख रहा था।
तेज गति से चल रहे वाहनों की रफ्तार कम हो गई। वाहन ट्रैफिक चौराहे पर फंस गए। यह स्थिति शनिवार सुबह के समय और बिगड़ गई। शनिवार सुबह से ही प्रदेश के कई इलाकों में घना कोहरा देखने को मिला, जिसका असर जनजीवन पर भी पड़ा।
सुबह के समय छाया घना कोहरा।
कोहरे से थमी वाहनों की रफ्तार
शनिवार सुबह घने कोहरे की वजह से दृश्यता 30 मीटर से भी कम हो गई। दिन के उजाले में लोग अपने वाहनों की हेडलाइट जलाकर आवागमन करते दिखे। इस दौरान वाहनों की रफ्तार काफी कम हो गई। सड़क पर गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं।
कोहरे की वजह से दृश्यता हुई कम।
राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में घने कोहरे के कारण बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट, एजी चौक, मास्टर कैंटीन, चंद्रशेखरपुर, खंडगिरी, जगमरा, जयदेव विहार, बाणी विहार, ओल्ड भुवनेश्वर के क्षेत्र में गतिरोध देखने को मिला।
महज 30 मिनट में बदला मौसम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, भुवनेश्वर में रात 9.30 बजे दृश्यता की दूरी 1,000 मीटर थी। महज एक घंटे 30 मिनट में दृश्यता की दूरी रात 11 बजे तक 970 मीटर घटकर 30 मीटर रह गई। जो अत्यधिक कोहरे के दायरे में आता है। केवल 30 मिनट के अंदर ही राजधानी में घना कोहरा छा गया।
घने कोहरे से बढ़ी लोगों की परेशानी।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
- भुवनेश्वर, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, गंजाम और पुरी जिलों में भी यही स्थिति देखने को मिली। 50 से 100 मीटर की दूरी पर वस्तुओं को देखना संभव नहीं रहा।
- कोहरे वाले जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कोहरे के मौसम के दौरान कोई दुर्घटना न हो।
कोरापुट ने तोड़ा गर्मी का रिकॉर्ड
एक ओर जहां प्रदेश में कोहरे का असर देखने को मिल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ कोरापुट जिले में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। यहा का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास के अनुसार यह पिछले 52 वर्षों में दर्ज किया गया सबसे अधिक जनवरी का तापमान है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एंटी-साइक्लोनिक सिस्टम की वजह से ऐसा हो रहा है। आगे तापमान में और ज्यादा इजाफा होने के आसार हैं।
ये भी पढ़ें
Odisha Weather: ठंड के मौसम में ओडिशा में गर्मी ने बढ़ाई टेंशन, टूटा जनवरी का 52 साल पुराना रिकॉर्ड
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।