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    Ayurveda College: ओडिशा में मयूरभंज में खुलेगा नया आयुर्वेद कॉलेज, मिलेंगे आठ पंचकर्म केंद्र

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 03:47 PM (IST)

    ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में 85 करोड़ रुपये की लागत से एक आयुर्वेद कॉलेज की स्थापना करने की घोषणा की है। इसके साथ ही राज्य को इस वर्ष आठ और ‘पंचकर्म’ केंद्र भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री माझी ने राज्य स्तरीय राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस समारोह में यह घोषणा की। वर्तमान में राज्यभर में कुल 1011 आयुष औषधालय कार्यरत हैं।

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    मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बड़ी घोषणा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को घोषणा की कि मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में 85 करोड़ रुपये की लागत से एक आयुर्वेद कॉलेज की स्थापना की जाएगी।

    इसके साथ ही राज्य को इस वर्ष आठ और ‘पंचकर्म’ केंद्र भी मिलेंगे। पंचकर्म केंद्र ऐसे चिकित्सा केंद्र होते हैं, जहां आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाएं विशेषकर शोधन (क्लीनसिंग) चिकित्सा पद्धति पर आधारित होती हैं।

    मुख्यमंत्री माझी ने राज्य स्तरीय राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा,

    “इस वर्ष रायरंगपुर (मयूरभंज) में एक नया आयुर्वेद कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसे केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से बनाया जाएगा। इस पर लगभग 85 करोड़ रुपये खर्च होंगे।”

    पंचकर्म और मौजूदा सुविधाएं

    फिलहाल केेंद्रापड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल में आयुष के अंतर्गत एक पंचकर्म इकाई कार्यरत है। इसके अलावा बरगढ़ और केंदुझर जिला मुख्यालय अस्पतालों में दो और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। अधिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य में आठ नए पंचकर्म केंद्र स्थापित किए जाएंगे, उन्होंने बताया।

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    ओडिशा में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक ढांचा

    मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि ओडिशा में वर्तमान में तीन सरकारी आयुर्वेद कॉलेज, चार सरकारी होम्योपैथिक कॉलेज, पांच सरकारी आयुर्वेद अस्पताल और चार सरकारी होम्योपैथिक अस्पताल हैं, जहां नई पीढ़ी के डॉक्टर प्रशिक्षित हो रहे हैं और राज्य व राज्य के बाहर से आए मरीजों का उपचार किया जा रहा है।

    वर्तमान में राज्यभर में कुल 1,011 आयुष औषधालय कार्यरत हैं, जिनमें 620 आयुर्वेदिक, 562 होम्योपैथिक और 9 यूनानी औषधालय शामिल हैं। ये सभी स्वास्थ्य केंद्र गांवों और उपेक्षित इलाकों में लोगों को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

    आयुष मिशन और स्वास्थ्य विस्तार

    राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत ढेंकानाल, बरहमपुर और बालेश्वर में तीन एकीकृत आयुष अस्पताल बनाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिग ने कहा कि आयुष विभाग के माध्यम से राज्य सरकार गांव से लेकर शहर तक आयुर्वेदिक उपचार को सुलभ बनाने की दिशा में कदम उठा रही है।

    महालिग ने बताया कि इस वर्ष अब तक 2.3 करोड़ से अधिक मरीजों को आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा चुकी हैं।